नई दिल्ली: पोहा-बांग्लादेशी टिप्पणी को लेकर हुए विवाद के चंद दिनों के बाद, बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने रविवार को फिर एक नए विवाद को जन्म दे दिया है. विजयवर्गीय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काम और देशभक्ति के नशे की वजह से शादी नहीं की. इंदौर में मैराथन को हरी झंडी दिखाने के बाद एक सभा को संबोधित करते हुए, मध्य प्रदेश के पूर्व मंत्री ने मैराथन के माध्यम से नशा और नशाखोरी के खिलाफ संदेश देने के लिए आयोजकों के प्रयासों की सराहना की.
इसके बाद कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, "नशा हमेशा बुरा नहीं होता है, खासकर अगर यह काम और देशभक्ति के लिए है. जैसे मोदी जी (पीएम मोदी) के अंदर काम और देशभक्ति के लिए नशा है. लेकिन नशा एक हद तक ही होना चाहिए, ऐसा न हो कि मोदी जी जैसे शादी ही न करें.'' बीजेपी नेता ने आगे कहा, "नशा सिर्फ काम और देशभक्ति का ही होना चाहिए.''
कुछ दिनों पहले ही कैलाश विजयवर्गीय ने पोहा खाने के तरीके से बांग्लादेशियों की पहचान करने की बात कही थी. विजयवर्गीय ने कहा था कि उनके घर पर चल रहे निर्माण कार्य में कई मजदूर लगे थे. एक रात उन्होंने देखा कि पांच-छह मजदूर एक थाली में पोहा रखकर खा रहे थे. थाली में आठ-दस प्लेट पोहा था. बाद में वे मजदूर बांग्लादेशी निकले.
पिछले महीने कैलाश विजयवर्गीय ने इंदौर के आयुक्त से मुलाकात न होने पर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को जमकर धमकाया था और कथित तौर पर यहां तक कह डाला था कि अगर संघ के पदाधिकारी शहर में मौजद न होते तो वह इंदौर में आग लगा देते. विजयवर्गीय का यह वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था.
यह भी पढ़ें-
जामिया यूनिवर्सिटी के पास फायरिंग पर अधीर रंजन चौधरी बोले- ये सत्ताधारी पार्टी की साजिश है
दिग्विजय सिंह बोले- अदनान सामी के पिता ने हमारे खिलाफ बम बरसाये थे, सरकार ने पद्मश्री दे दिया