PM Modi Diwali: दिवाली के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करगिल (Kargil) पहुंचे. यहां उन्होंने भारतीय सेना के जवानों को संबोधित किया. उन्होंने कहा, 'मैं देश और दुनिया को दिवाली की शुभकामनाएं देता हूं. सीमा पर दिवाली मनाना सौभाग्य की बात है. भारत अपने त्योहारों को प्रेम के साथ मनाता है. सेना के जवान ही मेरा परिवार है.'
प्रधानमंत्री मोदी ने करगिल युद्ध का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा, "पाकिस्तान के साथ एक भी लड़ाई ऐसी नहीं हुई है जहां करगिल ने विजय ध्वज ना फहराया हो. इससे बेहतर दिवाली कहां नसीब होगी. दिवाली का अर्थ है आतंक के अंत के उत्सव. यही करगिल ने भी किया था. करगिल में भारतीय सेना ने आतंक के फन को कुचला था, ऐसी दिवाली मनी थी कि लोग आज भी याद करते हैं."
'मैं उस युद्ध को करीब से देखा था'
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा, "मैंने उस युद्ध को करीब से देखा था. अधिकारियों ने मुझे मेरी 23 साल पुरानी तस्वीर दिखाई. मैं आप सबका आभारी हूं, मुझे आपने मेरे वो पल याद दिलाए. मेरे कर्तव्य पथ मुझे रणभूमि पर ले आए थे. देश ने जो राहत सामग्री भेजी थी हम उसे लेकर यहां पहुंचे थे. उस समय की बहुत यादें हैं तो मैं कभी भूल नहीं सकता."
'अगर कोई हमारी तरफ नजर उठाकर देखेगा...'
पीएम मोदी ने कहा, "आज भारत मिसाइल डिफेंस सिस्टम को सशक्त कर रहा है...दूसरी ओर ड्रोन पर भी तेजी से काम कर रहा है. हम उस परंपरा को मानने वाले हैं जहां युद्ध को हमने पहला विकल्प नहीं माना, यह हमारी वीरता और संस्कार का कारण है. हमने युद्ध को हमेशा अंतिम विकल्प में माना है. युद्ध लंका में हुआ हो या कुरुक्षेत्र में, हमने युद्ध को टालने की कोशिश की. हम विश्व शांति के समर्थक हैं, लेकिन शांति भी बिना सामर्थ्य के संभव नहीं होती. पीएम ने पाकिस्तान और चीन का नाम लिए बिना कहा कि अगर कोई हमारी तरफ नजर उठाकर देखेगा तो हमारी तीनों सेनाएं दुश्मन को उसी की भाषा में मुंहतोड़ जवाब देना जानती है.
'भारत का अस्तित्व अमर है'
पीएम मोदी ने कहा, "चाहता हूं देश की धरती, तुझे कुछ और भी दूं... हमारा भारत एक जीवंत विभूति है, एक अमर अस्तित्व है. जब हम भारत की बात करते हैं कि वीरता की विरासत उठ खड़ी होती है. अतीत में असीम लपटें उठी, लेकिन भारत के अस्तित्व की सांस्कृतिक धारा आज भी अमर है. मेरे जवानों एक राष्ट्र कब अमर होता...राष्ट्र तब अमर होता जब उसकी संतानों को, बेटे बेटियों को अपने सामर्थ्य पर परम विश्वास होता है."
प्रधानमंत्री ने गिनाई देश की उपलब्धियां
पीएम मोदी ने आगे कहा, "जब देश के लोग स्वच्छता के मिशन से जुड़ते हैं, गरीब को पक्का घर, पीने का पानी, बिजली और गैस जैसी सुविधाएं रिकॉर्ड समय पर मिलती हैं को हर जवान को गर्व महसूस होता है. जब सेना का जवान देखता है कि कनेक्टिविटी अच्छी हो रही है तो उसका घर पर बात करना आसान होता है."
भारत की अर्थव्यवस्था का जिक्र कर पीएम मोदी ने कहा कि आज देश की अर्थव्यवस्था 10वें से 5वें स्थान पर आई है. एक तरफ आप बॉर्डर पर खड़े हैं तो आपके नौजवान साथी नए-नए स्टार्ट अप कर रहे हैं. दो दिन पहले इसरो ने 36 सैटेलाइट लॉन्च कर एक नया रिकॉर्ड बनाया है. अंतरिक्ष में भारत अपना सिक्का जमाता है तो कौन वीर जवान है जिसकी छाती चौड़ी नहीं होती.
पीएम मोदी ने कहा जब यूक्रेन में लड़ाई छिड़ी तो हमारा प्यारा तिरंगा भारतीयों के लिए सुरक्षा कवच बना. आज भारत का विश्व पटल पर मान सम्मान बढ़ा है. भारत की बढ़ती भूमिका सबके सामने है. भारत अपने बाहरी और भीतरी दोनों दुश्मनों के विरुद्ध सफलता के साथ मोर्चा ले रहा है. आप सीमा पर कवच बनकर खड़े हैं तो देश के भीतर भी देश के दुश्मनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो रही है.
'भ्रष्टाचारी बच नहीं सकता'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कभी नक्सलवाद ने देश के बहुत बड़े हिस्से को चपेट में ले लिया, लेकिन आज वो दायरा सिमट रहा है. आज देश भ्रष्टाचार के खिलाफ भी निर्णणायक युद्ध लड़ रहा है. भ्रष्टाचारी बच नहीं सकता. कुशासन ने लंबे समय तक देश के सामर्थ्य को सीमित रखा, हमारे सामने रोड़े अटकाए, आज सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास को साथ लेकर पुरानी कमियों को तेजी से दूर किया जा रहा है.
पीएम मोदी ने कहा कि राष्ट्रहित में आज बड़े निर्णय तेजी से किए जाते हैं. तेजी से बदलते हुए समय में भविष्य के युद्धों का दौर भी बदलता जा रहा है. जरूरतों के हिसाब से हम देश की सेना को तैयार कर रहे हैं. हमारी सेनाओं में बेहतर तालमेल हों, इसके लिए हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं. सीमा पर आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण किया जा रहा है. आज देश में अनेक सैनिक स्कूल खोले जा रहे हैं.
आत्मनिर्भर भारत पर क्या बोले पीएम मोदी ?
"देश की सुरक्षा का सबसे महत्वपूर्ण पहलू है आत्मनिर्भर भारत, आधुनिक स्वदेशी हथियार. मुझे खुशी है कि आज एक तरफ अगर हमारी सेना ज्यादा ये ज्यादा मेड इन इंडिया हथियार अपना रही है तो वहीं सामान्य भारतीय भी लोकल के लिए वोकल हो रहा है. आज सुपरसोनिक मिसाइल से लेकर एलएचसी और तेजस, यह भारत की शक्ति को दिखाता है. भारत के पास विशाल समंदर में विक्रांत है. भारत के पास पृथ्वी है आकाश है. कितना भी बड़ा कुरुक्षेत्र होगा, लक्ष्य भारत का अर्जुन भेदेगा. "
'देश गुलामी की मानसिकता से छुटकारा पा रहा है'
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज देश गुलामी की मानसिकता से छुटकारा पा रहा है. राजपथ गुलामी का प्रतीक था, आज वो कर्तव्य पथ बनकर नए भारत की छवि को दिखा रहा है. नौसेना के ध्वज से अब वीर शिवाजी की प्रेरणा जुड़ गई है. आज पूरे विश्व की नजर भारत पर है, भारत के बढ़ते सामर्थ्य पर है, जब भारत की ताकत बढ़ती है तो शांति की उम्मीद बढ़ती है विश्व में संतुलन आता है.