PM Modi Egypt Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मिस्र यात्रा क्यों है जरूरी? द्विपक्षीय संबंधों के लिए बताई जा रही 'गेम चेंजर'
PM Modi in Egypt: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दो दिवसीय राजकीय यात्रा पर मिस्र के प्रधानमंत्री के साथ गोलमेज बैठक की और राष्ट्रपति अल-सीसी से भी मुलाकात की.
PM Narendra Modi Egypt Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मिस्र की दो दिवसीय यात्रा पर हैं. कुछ विश्लेषकों ने उनकी इस यात्रा को द्विपक्षीय संबंधों के लिए 'गेम चेंजर' बताया है. इस यात्रा से उत्तरी अफ्रीकी देश में भारत के निवेश में बढ़ोतरी होने और मिस्र के लिए ब्रिक्स आर्थिक ब्लॉक में प्रवेश पाने की उम्मीद है.
पीएम मोदी की यात्रा को द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के रूप में देखा जा रहा है. हालांकि, राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी की जनवरी में नई दिल्ली में यात्रा के दौरान ही रिश्तों को मजबूती मिलने की शुरुआत हो चुकी थी. दोनों पक्षों ने पहले ही संबंधों को रणनीतिक स्तर तक बढ़ा दिया था.
1997 के बाद किसी पीएम की मिस्र यात्रा
विश्लेषकों का कहना है कि इससे यह भी पता चल सकता है कि आने वाले दिनों में संबंध कैसे आगे बढ़ सकते हैं. यह 1997 के बाद किसी भी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली मिस्र यात्रा है. इससे पहले मिस्र के राष्ट्रपति अल-सीसी जनवरी में गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए थे.
यात्रा को लेकर क्या बोले अरिंदम बागची?
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, "यह राष्ट्रपति अल-सीसी की भारत यात्रा के ठीक छह महीने के भीतर होने वाली एक बहुत ही त्वरित, पारस्परिक यात्रा है. हम उम्मीद करते हैं और आश्वस्त हैं कि यह यात्रा न केवल हमारे दोनों देशों के बीच संबंधों की निरंतर गति सुनिश्चित करेगी, बल्कि व्यापार और आर्थिक जुड़ाव के नए क्षेत्रों में विस्तार करने में भी मदद करेगी."
भारत और मिस्र बीच रहे हैं गहरे रिश्ते
भारत और मिस्र के बीच घनिष्ठ संबंध रहे हैं क्योंकि वे 1961 के गुटनिरपेक्ष आंदोलन (NAM) के संस्थापक सदस्य थे. 120 विकासशील देशों का एक वैश्विक मंच जो प्रमुख शक्ति गुटों के गुटनिरपेक्षता में विश्वास करता था. हाल के वर्षों में, अल-सीसी ने तीन बार भारत की यात्रा की है और मिस्र की नजर भी देश में भारत के निवेश को बढ़ाने पर है.