India-France Relationship: एअर इंडिया और एयरबस के बीच 250 एयरक्राफ्ट की डील मंगलवार (14 को हुई. इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों भी मौजूद रहे. पीएम मोदी ने इस समझौते को ऐताहासिक बताया.   


पीएम नरेंद्र मोदी ने मीटिंग के दौरान कहा, ''यह महत्वपूर्ण डील भारत और फ्रांस के गहराते संबंधों के साथ-साथ, भारत के सिविल एविएशन सेक्टर की सफलताओं और आकांक्षाओं को भी दर्शाती है.'' उन्होंने साथ ही एअर इंडिया और एयरबस को डील  के लिए बधाई देते हुए कार्यक्रम से जुड़ने के लिए राष्ट्रपति मैक्रों का धन्यवाद भी किया.


'नए अवसर खुल रहे हैं'
पीएम मोदी ने कहा कि हमारी रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम  (उड़ान) के माध्यम से देश के सुदूर हिस्से भी एयर कनेक्टिविटी  से जुड़ रहे हैं, जिससे लोगों के आर्थिक और सामाजिक विकास को बढ़ावा मिल रहा है. उन्होंने बताया कि भारत की मेक इन इंडिया - मेक फॉर द वर्ल्ड' विज़न के तहत  एयरोस्पेस मैन्युफैक्चरिंग में अनेक नए अवसर खुल रहे हैं. 


क्या बताया?
पीएम मोदी ने बताया कि चाहे इंडो पैसिफिकक्षेत्र में सुरक्षा और स्थिरता का विषय हो, वैश्विक फूड सिक्योरिटी या हेल्थ सिक्योरिटी है. इन सब में भारत और फ्रांस साथ मिल कर सकारात्मक योगदान दे रहे हैं. उन्होंने साथ ही कहा कि आज अंतरराष्ट्रीय आदेश और बहुपक्षीय प्रणाली की स्थिरता और संतुलन सुनिश्चित करने में दोनों देश की भागेदारी प्रत्यक्ष भूमिका निभा रही है. 


टाटा समूह ने क्या कहा? 
पीएम मोदी ने कहा कि भारतीय एविएशन सेक्टर को अगले 15 साल में 2 हजार से ज्यादा एयरक्राफ्ट की जरूरत है. वहीं टाटा समूह के चीफ एन चंद्रशेखरन ने कहा कि एअर इंडिया से 250 एयरक्राफ्ट लेगा. इनमें से 40 वाइड बॉडी एयरक्राफ्ट और 210  नैरोबॉडी होंगे.


ऑनलाइन बैठक में चंद्रशेखरन ने कहा कि इन विमानों की खरीद के लिए एयरबस के समझौता हुआ है. इस बैठक में अन्य लोगों के अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुअल मैक्रों भी मौजूद थेय बड़े आकार के विमान का इस्तेमाल लंबी दूरी की उड़ानों के लिए किया जाएगा.  बता दें कि टाटा समूह ने पिछले साल जनवरी में एअर इंडिया का अधिग्रहण किया था. 


ये भी पढे़ं- India On Foreign Cooperation: भारत, फ्रांस और यूएई कई प्रोजेक्ट पर मिलकर करेंगे काम, तैयार किया फ्रेमवर्क