PM Modi France Visit: फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों के साथ द्विपक्षीय बैठक के बाद पीएम मोदी बोले- 'रक्षा सहयोग हमारे संबंधों का एक मजबूत स्तंभ'
PM Modi In France: पीएम मोदी को फ्रांस ने अपने सर्वश्रेष्ठ राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया है. पीएम ने इसके लिए राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों का धन्यवाद किया.
PM Modi France Visit Update: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी दो दिवसीय फ्रांस यात्रा पर हैं. राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से द्विपक्षीय बैठक के बाद पीएम मोदी ने कहा कि फ्रांस पूरे विश्व में मानवता के लिए जाना जाता है. उन्होंने फ्रांस में आकर गर्व महसूस हो रहा है.
पीएम मोदी ने कहा, "कल मुझे फ्रांस का सर्वोच्च सम्मान मिला यह पूरे 140 करोड़ भारतवासियों का सम्मान है. फ्रांस का राष्ट्रीय दिवस दुनिया के लिए 'स्वतंत्रता, समानता और भाईचारे' का प्रतीक है. आतंकवाद की लड़ाई में भारत और फ्रांस हमेशा से ही सहयोगी रहे हैं."
मेक इन इंडिया का जिक्र
पीएम मोदी ने कहा, ''रक्षा सहयोग हमारे संबंधों का एक मूलभूत स्तंभ रहा है. यह दोनों देशों के बीच गहरे आपसी विश्वास का प्रतीक है. मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत में फ्रांस एक अहम साथी है. सबमरीन हो या नौसेना के जहाज, हम चाहते हैं कि मिलकर सिर्फ अपने ही नहीं, तीसरे मित्र देशों के सहयोग के लिए भी हम काम करें.''
मार्सिले में खुलेगा नया वाणिज्य दूतावास
मोदी ने कहा कि हम मार्सिले शहर में एक नया भारतीय वाणिज्य दूतावास खोलेंगे. हम फ्रांस में पढ़ रहे भारतीय मूल के लोगों को लॉन्ग टर्म वीजा देने के फैसले का स्वागत करते हैं. प्रधानमंत्री ने फ्रांसीसी यूनिवर्सिटीज को भारत में अपने परिसर स्थापित करने के लिए आमंत्रित भी किया.
'देशों का एकजुट होकर कोशिश करना जरूरी'
प्रधानमंत्री ने कहा, "हमारा मानना है कि सभी विवादों का समाधान डायलॉग और डिप्लोमेसी के माध्यम से होना चाहिए. भारत स्थायी शांति की बहाली में योगदान देने के लिए तैयार है. कोविड महामारी और यूक्रेन संघर्ष के प्रभाव पूरे विश्व पर पड़े हैं. ग्लोबल साउथ के देशों पर इनका विशेष रूप से नकारात्मक प्रभाव पड़ा है. यह चिंता का विषय है. इन समस्याओं के समाधान के लिए सभी देशों का एकजुट होकर कोशिश करना जरूरी है.
क्या कुछ बोले राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन
वहीं, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा, "मुझे यहां पेरिस के बैस्टिल डे परेड में पंजाब रेजिमेंट को देखकर गर्व हुआ. हम एक ऐतिहासिक विश्वास के आधार पर आगे बढ़ रहे हैं. भारत और फ्रांस मिलकर वैश्विक संकटों का समाधान ढूंढ सकते हैं. हम युवाओं को नहीं भूल सकते. 2030 तक हम 30,000 फ्रांसीसी छात्रों को भारत भेजना चाहते हैं."
इमैनुएल मैक्रों ने कहा, "उन युवा भारतीयों के लिए जो फ्रांस में उच्च शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं, हम एक अनुकूल वीजा नीति बनाना चाहते हैं. हम चाहते हैं कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय के खंडन से दुनिया को बचाएं और इसलिए हमने पेरिस एजेंडा और नया वित्तीय वैश्विक कॉम्पैक्ट पर इकट्ठा काम किया है. हम सब चाहते हैं कि एक अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था की स्थापना हो जो शांति और विकास की ओर ले जाए."
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