योगी को सीएम बनाना मोदी के टू इन वन प्लान का हिस्सा है!
लखनऊ: पीएम मोदी ने आदित्यनाथ को यूपी की कमान उनके राजनीतिक मुकाम की वजह से दी है. योगी एक हिंदुत्वादी छवि वाले नेता हैं. पीएम मोदी जानते हैं कि हिंदुत्व की दाल पर अगर विकास का छौंक पड़ गया और जनता को ये स्वाद पसंद आ गया तो यह सोने पुर सुहागा होगा. इसके साथ ही पीएम मोदी जानते हैं कि अगर यह प्लान सफल हो गया तो 2019 में एक बार फिर से प्रधानमंत्री की कुर्सी तक पहुंचने से उन्हें कोई नहीं रोक पाएगा.
मोदी के 'टू इन वन' योगी!
अभी भी ये रहस्य बना हुआ है कि विकास की बातें करने वाले मोदी ने हिंदुत्व की बातें करने वाले योगी को कैसे यूपी की कमान दे दी. दरअसल योगी को सीएम बनाना मोदी के टू इन वन प्लान का हिस्सा हैं. योगी सख्त प्रशासक बनकर कानून व्यवस्था की सर्जरी कर सकते हैं तो हिंदुत्व की प्रयोगशाला भी चला सकते हैं. एक तरफ योगी को यूपी के बदलने के मोदी के शब्दों की लाज रखनी है तो दूसरी अपनी छवि के मुताबिक हिंदुत्व के मुद्दे को भी जिंदा रखना है. पिछले आठ दिनों में योगी ने दोनों काबिलियत की एक झलक दिखा दी.
गोमती रिवर फ्रंट पर योगी ने लगाई 'क्लास'
लखनऊ में गोमती नदी किनारे जिस रिवर फ्रंट को अखिलेश यादव बनाया था, वहां सोमवार को योगी ने अफसरों की क्लास सजाई. रिवर फ्रंट बनाने में लगे पाई-पाई का हिसाब पूछकर यह दिखाया कि भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. वहीं दूसरी ओर गोमती नदी में नाले का पानी गिरता देखकर अफसरों से पूछ लिया कि गोमती का पानी आचमन करने लायक है क्या? आचमन की चिंता मतलब हिंदुओं की पूजा की चिंता है.
योगी के आते ही चर्चा में आ गया अयोध्या का मुद्दा
आदित्यनाथ योगी जैसे ही सीएम की कुर्सी संभाली, अयोध्या का मुद्दा चर्चा में आ गया. सुप्रीम कोर्ट ने हिंदू और मुस्लिम पक्ष कोर्ट से बाहर मामले को बातचीत से हल करने की सलाह दी है. जिसके बाद योगी और मोदी को पहल करने का मौका मिल गया है. योगी के अयोध्या दौरे का माहौल भी बन गया. हालांकि योगी अभी तक अयोध्या के दौरे पर नहीं गए हैं.
अखिलेश के हज भवन के 'जवाब' में योगी मानसरोवर भवन
दो दिन पहले की बात है जब योगी ने देश की सबसे बड़ी और दुर्लभ कैलाश मानसरोवर यात्रा के बहाने भी हिंदुओं को खुश कर दिया. सीएम योगी ने मानसरोवर यात्रियों को सरकारी खजाने से एक लाख रूपये देने की घोषणा की है. अखिलेश ने मुसलमानों के लिए लखनऊ में हज भवन बनवाया था. योगी ने गाजियाबाद या नोएडा में कैलाश मानसरोवर भवन बनाने की पहल शुरू कर दी है. रविवार को गोरखपुर में योगी दो अलग-अलग कार्यक्रमों में गए. जहां अकबर और तुलसीदास के बहाने योगी ने श्रीरामचंद्र को याद किया.
कानून व्यवस्था दुरुस्त करने के साथ बिजली पर भी काम करना है
योगी के आने पर जो डेढ सौ फैसले हुए, उसी में से एक फैसला है हिंदुओं के चार पवित्र शहरों-अयोध्या, मथुरा, वाराणसी और गोरखपुर में 24 घंटे बिजली दिया जाएगा. यूपी में बिजली को लेकर बड़ी चुनावी जंग पीएम मोदी और अखिलेश यादव के बीच हुई थी. योगी को जैसे कानून व्यवस्था दुरुस्त करनी है वैसे ही बिजली पर भी काम करना है. पूरे यूपी में 24 घंटे बिजली का लक्ष्य भी 2019 तक तय हुआ है. बिजली प्लान में नई कड़ी जोड़ी गई है, जिसके तहत बीपीएल केटेगरी यानि गरीबों को मुफ्त बिजली कनेक्शन मिलेगा.
क्या यूपी के योगी की मिसाल दे पाएंगे पीएम मोदी?
यूपी देश का सबसे बड़ा राज्य है, जहां सबसे बड़ी जीत बीजेपी को हासिल हुई है. 2019 से पहले बीजेपी को 14 राज्यों में विधानसभा के चुनाव लड़ने हैं. क्या पीएम मोदी 2019 लोकसभा चुनाव में योगी की मिसाल दे पाएंगे? क्या मोदी यह कह पाएंगे की हमनें यूपी में जो कहा वह कर के दिखाया.