नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) संसदीय दल की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज भावुक हो गए. इस बैठक में उन्होंने कहा कि देश में शांति और एकता जरूरी है. उन्होंने कहा कि पहले देश होता है फिर दल. सबका साथ, सबका विश्वास जरूरी है. उन्होंने दिल्ली हिसा पर चिंता व्यक्त की. 23, 24 और 25 फरवरी हो दिल्ली में हुई हिंसा में 47 लोगों की मौत हो गई थी.


प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ''विकास हमारा मंत्र है, विकास की पहली आवश्यकता एकता एवं सौहार्द है. सभी सांसदों को समाज में शांति, सौहार्द और एकता सुनिश्चित करने के लिए अग्रणी भूमिका निभानी चाहिए.''


संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी ने बताया कि बीजेपी संसदीय दल की बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने आज कहा कि हम यहां राष्ट्रहित के लिए हैं. पीएम मोदी ने यह भी कहा कि राष्ट्र सर्वोच्च है और यह हमारा विकास का मंत्र है. जोशी ने बताया कि विकास के लिए शांति, एकता और सद्भाव होना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि आज भी कुछ दल ऐसे हैं जो पार्टी हित को राष्ट्रीय हित से ऊपर रखते हैं.






प्रधानमंत्री ने बैठक में इस बात पर जोर दिया कि जो लोग देश को तोड़ने वाले और टुकड़े टुकड़े नारे लगाने वाले लोगों के समर्थन की बात करते हैं उनके खिलाफ लड़ाई लड़नी होगी, इसके साथ ही जो लोग वंदे मातरम् पर भी राजनीति करते हैं उनके खिलाफ भी खड़ा होना होगा. प्रधानमंत्री करीब 15 मिनट तक बोले और इस दौरान जनऔषधि स्कीम को जन जन तक पहुंचाने के लिए सांसदों से कहा.


प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया छोड़ने को लेकर कोई बात नहीं कही. बता दें कि कल रात करीब 9 बजे पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा,  ''इस रविवार (8 मार्च) को मैं फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब समेत अपने सभी सोशल मीडिया अकाउंट छोड़ने पर विचार कर रहा हूं. इस बारे में मैं आपको जानकारी दे दूंगा."


आखिर पीएम मोदी ने क्यों सोशल मीडिया छोड़ने की बात की?