नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को नागरिकता (संशोधन) विधेयक के संसद से पारित होने के बाद इसे ऐतिहासिक दिन करार दिया. उन्होंने काह कि यह दिन करुणा और भाईचारे के मूल्यों के लिए महत्वपूर्ण दिन है. उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘विधेयक वर्षों तक पीड़ा झेलने वाले अनेक लोगों के कष्टों को दूर करेगा.’’ मोदी ने राज्यसभा में विधेयक का समर्थन करने वाले सभी सांसदों को धन्यवाद दिया.
राज्यसभा में इस बिल को मंजूरी मिल गई है. इस बिल में अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान से धार्मिक प्रताड़ना के कारण भारत आए हिन्दू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई समुदायों के लोगों को भारतीय नागरिकता देने का प्रावधान है.
विधेयक के पक्ष में 125 और विरोध में 105 मत पड़े. बीजेपी के सहयोगी दलों- जेडीयू और शिरोमणि अकाली दल के साथ ही एआईएडीएमके, बीजेडी, टीडीपी और और वाईएसआर कांग्रेस ने बिल का समर्थन किया.
बिल को लेकर वोटिंग के दौरान राज्यसभा में शिवसेना ने सदन से वॉकआउट कर दिया था. जिसके बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शिवसेना पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि मुझे आश्चर्य होता है कि सत्ता के लिए लोग कैसे-कैसे रंग बदलते हैं.
राज्यसभा से भी पास हुआ नागरिकता संशोधन बिल, पक्ष में 125 वोट तो विपक्ष में पड़े 105 वोट
राज्यसभा में CAB को लेकर विपक्ष के आरोपों के Amit Shah ने चुन-चुन कर दिए जवाब