In-Situ Slum Rehabilitation Project: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) आज (2 नवंबर को) दिल्ली के कालकाजी (Kalkaji) में 'इन-सीटू स्लम रिहैबिलिटेशन' प्रोजेक्ट के तहत स्लमवासियों (Slum Dwellers) के पुनर्वास के लिए बनाए गए 3024 नवनिर्मित ईडब्ल्यूएस फ्लैटों का उद्घाटन करेंगे. वह शाम 4.30 बजे दिल्ली के विज्ञान भवन में एक कार्यक्रम में लाभार्थियों को मकान की चाबियां सौंपेंगे.


हर सिर पर छत उपलब्ध कराने के प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण के अनुरूप, दिल्ली विकास प्राधिकरण की ओर से 376 झुग्गी झोपड़ी समूहों में इन-सीटू झुग्गी पुनर्वास का कार्य किया जा रहा है. पुनर्वास परियोजना का उद्देश्य झुग्गी-झोपड़ी समूहों के निवासियों को उचित सुविधाओं के साथ एक बेहतर और स्वस्थ रहने का वातावरण प्रदान करना है. एमसीडी चुनावों से पहले इन घरों की चाबी प्रधानमंत्री गरीब लोगों को सौंपेंगे. 


क्या है परियोजना?


डीडीए ने कालकाजी एक्सटेंशन, जेलोरवाला बाग और कठपुतली कॉलोनी में ऐसी तीन परियोजनाएं शुरू की हैं. कालकाजी विस्तार परियोजना के अंतर्गत कालकाजी स्थित भूमिहीन शिविर, नवजीवन शिविर और जवाहर शिविर नाम के तीन मलिन बस्ती समूहों का यथास्थान पुनर्वास चरणबद्ध तरीके से किया जा रहा है. पहले चरण के तहत, पास के खाली वाणिज्यिक केंद्र स्थल पर 3024 ईडब्ल्यूएस फ्लैटों का निर्माण किया गया है. भूमिहीन शिविर में झुग्गी-झोपड़ी स्थल को पात्र परिवारों को नवनिर्मित ईडब्ल्यूएस फ्लैटों में पुनर्वासित करके खाली किया जाएगा. भूमिहीन शिविर स्थल के खाली होने के बाद, दूसरे चरण में, इस खाली स्थल का उपयोग नवजीवन शिविर और जवाहर शिविर के पुनर्वास के लिए किया जाएगा.


फ्लैट्स में दी गए हैं ये सुविधाएं


परियोजना का पहला चरण पूरा हो चुका है और 3024 फ्लैट रहने के लिए तैयार हैं. इन फ्लैटों का निर्माण लगभग 345 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है और इन्हें सभी नागरिक सुविधाओं से लैस किया गया है, जिसमें विट्रिफाइड फर्श टाइल्स, सिरेमिक टाइल्स, रसोई में उदयपुर ग्रीन मार्बल काउंटर उपलब्ध कराया गया है. सामुदायिक पार्क, इलेक्ट्रिक सब-स्टेशन, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट, दोहरी पानी पाइपलाइन जैसी सार्वजनिक सुविधाएं, स्वच्छ जल आपूर्ति आदि के लिए लिफ्ट, भूमिगत जलाशय आदि भी उपलब्ध कराए गए हैं. फ्लैटों का आवंटन लोगों को मालिकाना हक के साथ-साथ सुरक्षा की भावना भी प्रदान करेगा. 


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