तेलंगाना विधानसभा चुनाव के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार प्रचार में जुटे हुए हैं. इस बीच पीएम मोदी देव तीपावली के मौके पर हैदराबाद में कोटि दीपोत्सवम् के कार्यक्रम में शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने सिलक्यारा सुरंग में फंसे हुए मजदूरों के रेस्क्यू ऑपरेशन का भी जिक्र किया.
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज जब हम देवी-देवताओं से प्रार्थना कर रहे हैं, मानवता के कल्याण की बात कर रहे हैं तो हमें अपनी प्रार्थना में उन श्रमिक भाईयों को भी स्थान देना है, जो बीते करीब दो सप्ताह से उत्तराखंड की एक टनल में फंसे हुए हैं.
'मजदूरों को बाहर निकालने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही'
उन्होंने कहा कि सरकार और तमाम एजेंसियां मिलकर उन्हें संकट से बाहर निकालने में कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ रही हैं, लेकिन इस राहत और बचाव अभियान को हमें बहुत सतर्कता से ही पूरा करना है.
'विकास की नई गाथा लिख रहा भारत'
प्रधानमंत्री ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि दीया सबको जोड़ता है, सबको रास्ता दिखाता है. इसलिए जब 100 वर्ष का सबसे बड़ा संकट आया, तो हम भारतीयों ने मिलकर दीप जलाया.हमने ऐसा दीप जलाया कि आज भारत विजयी होकर, विकास की नई गाथा लिख रहा है.
उन्होंने कहा कि किसी पर्व पर जब हम कुछ भी स्वदेशी खरीदते हैं, तो हम न जाने कितने परिवारों के घर में समृद्धि का दीप जलाने का काम करते हैं.
बीजेपी से दोस्ती करना चाहते थे केसीआर
इससे पहले प्रधानमंत्री ने तेलंगाना के महबूबाबाद में चुनावी रैली को संबोधित किया था. इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर पर निशाना साधा. पीएम मोदी ने कहा, ''केसीआर को बीजेपी की बढ़ती हुई ताकत का एहसास बहुत पहले हो गया था. वह लबें समय से इस कोशिश में थे कि किसी तरह बीजेपी से दोस्ती कर लें."
पीएम ने बताया कि जब वो एक बार दिल्ली आए थे तो मुझसे मिलकर भी केसीआर ने ये ही रिक्वेस्ट की थी, लेकिन बीजेपी तेलंगाना के लोगों की इच्छा के खिलफ कोई भी काम नहीं कर सकती.'
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