(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
नए 'डिफेंस कॉम्पलेक्स' का उद्घाटन, पीएम मोदी बोले- जो काम 24 महीने में पूरा होना था वो सिर्फ 12 महीने में किया
Defence Ministry New Office रक्षा मंत्रालय के करीब 7 हजार कर्मचारियों के लिए नए 'डिफेंस कॉम्पलेक्स' का उद्घाटन हो गया है. ये कर्मचारी फिलहाल साउथ ब्लॉक के आस-पास हट्स में चल रहे दफ्तरों में कार्यरत थे
नई दिल्ली: सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के लिए चल रहे निर्माण-कार्य के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज दिल्ली के कस्तूरबा गांधी मार्ग और अफ्रीका एवेन्यू में रक्षा कार्यालय परिसरों का उद्घाटन कर दिया है. साथ ही सेंट्रल विस्टा की नई वेबसाइट को भी लॉन्च किया. इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और सेनाध्यक्ष जनरल एम एम नरवणे भी मौजूद रहे. नए 'डिफेंस कॉम्पलेक्स' में रक्षा मंत्रालय के करीब 7 हजार कर्मचारियों को शिफ्ट किया गया है.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, पुराने रक्षा परिसर इतने जर्जर हो गए थे कि टूटने के कगार पर थे. अब 7,000 से अधिक कर्मचारी और अधिकारी नए परिसर में अच्छी कार्यकारी परिस्थितियों में काम कर सकेंगे. ये परिसर 21वीं सदी की जरूरतों के हिसाब से बने हैं और यहां हर तरह की सुविधाएं भी हैं.'
पीएम मोदी ने कहा- नया डिफेंस ऑफिस सेनाओं के काम काज को बनाएगा सुविधाजनक
रक्षा मंत्री के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की तीनों सेनाओं के अधिकारियों को संबोधित किया. पीएम मोदी ने कहा कि आजादी के 75वें साल में आज हम देश की राजधानी को नए भारत की आवश्यकताओं और आकांक्षाओं के अनुसार विकसित करने की तरफ एक महत्वपूर्ण कदम बढ़ा रहे हैं. ये नया डिफेंस ऑफिस कॉम्प्लेक्स हमारी सेनाओं के काम काज को अधिक सुविधाजनक, अधिक प्रभावी बनाने के प्रयासों को और सशक्त करने वाला है.
पीएम मोदी ने कहा, डिफेंस ऑफिस कॉम्प्लेक्स का जो काम 24 महीने में पूरा होना था वो सिर्फ 12 महीने में पूरा किया गया है. वो भी तब जब कोरोना से बनी परिस्थितियों में लेबर से लेकर तमाम दूसरी चुनौतियां सामने थीं. कोरोना काल में सैकड़ों श्रमिकों को इस प्रोजेक्ट में रोजगार मिला है. जब नीति और नीयत साफ हो, इच्छाशक्ति प्रबल हो और प्रयास ईमानदार हों, तो कुछ भी असंभव नहीं होता, सब संभव होता है. देश की नई पार्लियामेंट बिल्डिंग का निर्माण भी तय समय सीमा के भीतर पूरा होगा.
विपक्ष पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा, जो लोग सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के पीछे डंडा लेकर पड़े थे, वे बड़ी चालाकी से सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट का ये भी एक हिस्सा है. जहां 7,000 से अधिक सेना के अफसर जहां काम करते हैं, वो व्यवस्था विकसित हो रही है उस पर बिल्कुल चुप रहते थे.
दोनों बिल्डिंग पर कुल 775 करोड़ का खर्च आया
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, लुटियन जोन के अफ्रीका एवेन्यु में ये नई डिफेंस कॉम्पलेक्स बिल्डिंग बनकर तैयार हो गई है. इसके अलावा इंडिया गेट के करीब केजी मार्ग पर भी रक्षा मंत्रालय के एक नई बिल्डिंग बनकर तैयार हो गई है. इन दोनों बिल्डिंग में साउथ ब्लॉक के करीब नौसेना का आईएनएस इंडिया नेवल स्टेशन, आर्म्ड फोर्स मेडिकल सर्विस जैसे ऑफिस सहित सीएसडी कैंटीन भी शिफ्ट हो जाएगी. इन ऑफिस के यहां से हटने के लिए सेंट्रल विस्टा के लिए करीब 7.5 लाख वर्ग मीटर कई जगह खाली हो जाएगा.
अफ्रीका एवेन्यु और केजी मार्ग पर तैयार दोनों बिल्डिंग पर कुल 775 करोड़ का खर्च आया है. अफ्रीका एवेन्यु बिल्डिंग कुल 5 लाख वर्ग मीटर में तैयार की गई है और इसमें पांच ब्लॉक हैं. जबकि केजी मार्ग बिल्डिंग 4.52 लाख वर्ग मीटर में फैला है और इसमें तीन ब्लॉक हैं. यहां कर्मचारियों के लिए कैंटीन, बैंक और एटीएम की सुविधा हैं. बिल्डिंग निर्माण में पेड़ों को नहीं काटा गया है.
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