Delhi-Mumbai Expressway Opens For Public: 1386 किलोमीटर लंबे और आठ लेन वाले दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का पहला खंड बुधवार (15 फरवरी) को जनता के लिए खुल गया. 12 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजस्थान के दौसा से इस एक्सप्रेसवे के 246 किलोमीटर वाले सोहना-दौसा सेक्शन का उद्घाटन किया था, इसे अब जनता के लिए खोल दिया गया है. दिल्ली से जयपुर जाने में जो पांच घंटे का वक्त लगता है वो इस एक्सप्रेसवे से होकर जाने में महज साढ़े तीन घंटे लगेगा.
इस एक्सप्रेसवे का लगभग ढाई सौ किलोमीटर का यह पहला सेक्शन है, जिसका काम पूरा हो चुका है. पूरा एक्सप्रेसवे तैयार हो जाने पर इसके रूट में दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र जैसे राज्य जुड़ जाएंगे. वहीं बड़े शहरों की बात करें तो इसके पूरा हो जाने पर जयपुर, अजमेर, अहमदाबाद, वड़ोदरा, भोपाल, इंदौर और सूरत जैसे शहर एक-दूसरे के करीब आ जाएंगे. पूरा हो जाने पर दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे देश का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे होगा, तब दिल्ली से मुंबई या मुंबई से दिल्ली की यात्रा में लगने वाला समय आधा रह जाएगा.
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर सुविधाएं
आठ लेन वाले इस एक्सप्रेसवे पर हल्के वाहनों के लिए स्पीड लिमिट 120 किमी प्रतिघंटा निर्धारित की गई है. बस और ट्रक जैसे भारी वाहनों के लिए गति सीमा कम रखी गई है. एक्सप्रेसवे में हर 30 किलोमीटर पर एटीएम, होटल, रिटेल दुकानें, फूड कोर्ट और इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए चार्जिंग स्टेशन जैसी सुविधाएं होंगी. हर 20 किलोमीटर पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं जबकि वाहन चालकों की जानकारी के लिए स्पीड डिटेक्शन बोर्ड भी लगाए गए हैं.
टोल टैक्स का क्या हिसाब है?
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) के मुताबिक, कुल दूरी और मार्ग की संरचनाओं पर आधारित टोल टैक्स लिया जाएगा, मतलब अगर मार्ग में पुल है तो उस हिस्से का टोल टैक्स ज्यादा होगा. निजी वाहन से दिल्ली से जयपुर जाने के लिए एक तरफा टोल 585 रुपये होगा. वहीं, मौजूदा मार्ग पर अधिकतम टोल सात चक्का-वाहनों के लिए होगा जो एक्सप्रेसवे की शुरुआत से बरकापारा जाएंगे, ऐसे वाहनों के लिए 3,215 रुपये टोल टैक्स देना होगा.
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