पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को वीडियो कांफ्रेंस के जरिए वैश्विक तेल और गैस क्षेत्र के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों (CEO) और विशेषज्ञों के साथ बातचीत की. इसमें रिलायंस इंड्रस्ट्रीज के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर मुकेश अंबानी, रोसनेफ्ट (रूस) के अध्यक्ष और सीईओ डॉ. इगोर सेचिन और सऊदी अरामको के अध्यक्ष और सीईओ अमीन नासर सहित अन्य ने भाग लिया.
पीएमओ ने एक बयान में बताया कि इस बैठक के दौरान पीएम मोदी ने भारत में तेल और गैस क्षेत्र के विकास में भारत के साथ साझेदारी करने के लिए सीईओ को आमंत्रित किया. उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में भारत को आत्मनिर्भर बनाने का लक्ष्य है. फोकस राजस्व से अधिक उत्पादन पर स्थानांतरित हो गया है.
इससे पहले पीएमओ ने एक बयान में कहा था कि यह छठी ऐसी वार्षिक बातचीत है, जो 2016 में शुरू हुई थी. इसमें तेल और गैस क्षेत्र के वैश्विक नेता शामिल होते हैं, जो इस क्षेत्र के प्रमुख मुद्दों और भारत के साथ सहयोग और निवेश के संभावित क्षेत्रों का पता लगाने के लिए विचार-विमर्श करते हैं.
पेट्रोल-डीजल की कीमतों में फिर इजाफा
दो दिनों की स्थिरता के बाद बुधवार को फिर से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 35 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि की गयी जिसके साथ ही देश भर में ईँधन की कीमतें एक नयी ऊंचाई पर पहुंच गयीं. सरकारी खुदरा ईंधन विक्रेताओं की मूल्य अधिसूचना के अनुसार, दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 106.19 रुपये प्रति लीटर और मुंबई में 112.11 रुपये प्रति लीटर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गयी.
वहीं मुंबई में, डीजल अब 102.89 रुपये प्रति लीटर मिल रहा है, जबकि दिल्ली में इसकी कीमत 94.92 रुपये प्रति लीटर है. इससे पहले पिछले दो दिन कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया था. जबकि उससे पहले, लगातार चार दिन कीमतों में 35 पैसे प्रति लीटर की हर दिन बढ़ोतरी की गयी थी.
इस वृद्धि के साथ, पेट्रोल अब सभी राज्यों की राजधानियों में 100 रुपये प्रति लीटर या उससे अधिक हो गया है, जबकि डीजल एक दर्जन से अधिक राज्यों में सैकड़े के स्तर को छू गया है. पणजी और रांची में भी डीजल ने 100 रुपये प्रति लीटर का आंकड़ा पार कर लिया.
सबसे महंगा ईंधन राजस्थान के सीमावर्ती शहर गंगानगर में है जहां पेट्रोल 118.23 रुपये प्रति लीटर और डीजल 109.04 रुपये प्रति लीटर मिल रहा है. सितंबर के अंतिम सप्ताह में कीमतों में बदलाव में तीन सप्ताह के लंबे अंतराल को समाप्त करने के बाद से, पेट्रोल की कीमतों में यह 17वीं वृद्धि है और डीजल की कीमतों में 20वीं बार वृद्धि हुई है.
जहां देश के ज्यादातर हिस्सों में पेट्रोल की कीमत पहले से ही 100 रुपये प्रति लीटर से ऊपर है, डीजल की दरें मध्य प्रदेश, राजस्थान, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, गुजरात, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, बिहार, केरल, कर्नाटक, झारखंड, गोवा और लद्दाख सहित एक दर्जन से अधिक राज्यों/केंद्रशासित क्षेत्रों में उस स्तर को पार कर गयी हैं. स्थानीय करों के आधार पर कीमतें राज्यों में अलग-अलग होती हैं.
अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड सात साल में पहली बार बुधवार को 84.43 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है. एक महीने पहले ब्रेंट की कीमत 73.92 डॉलर प्रति बैरल थी. तेल का शुद्ध आयातक होने के नाते, भारत पेट्रोल और डीजल की कीमतें अंतरराष्ट्रीय कीमतों के बराबर दरों पर रखता है. अंतरराष्ट्रीय तेल की कीमतों में वृद्धि की वजह से पेट्रोल के लिए 28 सितंबर और डीजल के लिए 24 सितंबर को दर संशोधन में तीन सप्ताह का अंतराल खत्म हो गया था. तब से डीजल की कीमत में कुल 6.50 रुपये और पेट्रोल की कीमत में पांच रुपये प्रति लीटर का इजाफा हुआ है.
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