Ram Mandir Pran Pratistha Ceremony: अयोध्या में भगवान श्रीराम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है. वैसे-वैसे मंदिर निर्माण से जुड़े कार्यों में और तेजी आ रही है. आगामी 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शिरकत करेंगे जोकि एक 'यजमान' के तौर पर नहीं बल्कि एक 'श्रद्धालु' के तौर पर उपस्थिति दर्ज कराएंगे. रामजन्मभूमि ट्रस्ट के सचिव चंपत राय ने पीएम मोदी को लेकर एक बड़ा बयान देते हुए कहा कि वो भगवान 'विष्णु के अवतार' हैं.
प्रभु श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियों को लेकर ट्रस्ट के सचिव चंपत राय ने एबीपी न्यूज़ से विशेष बातचीत में कहा कि प्रधानमंत्री यजमान नहीं है. यजमान को वहां पर 8 दिन बैठना होता है. उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को लेकर कहा कि वह हिन्दुस्तान में भारतीय परंपरा में राजा विष्णु का अवतार हैं. वो देश में लोकतंत्र के सर्वमान्य व्यक्ति हैं. वो दुनिया में हिन्दुस्तान का प्रतिनिधित्व करते हैं. वह एक मानव से ऊपर हैं.
'गर्भ गृह तैयार, फर्श का फ्लोरिंग का काम जारी'
चंपत राय ने सोने के गेट और खिड़कियां आदि लगाने के सवाल पर कहा कि यह सब देखने के बाद साफ हो जाएगा. इसके लिए हम सभी को उस समय का इंतजार करना चाहिए. प्रतिमाएं बन कर तैयार हैं. गर्भ गृह तैयार है और फर्श का फ्लोरिंग का काम चल रहा है.
ट्रस्ट सचिव चंपत ने कार्यक्रम में आमंत्रित अतिथियों को लेकर किए सवाल पर कहा कि 6000 लोगों को न्योता दिया गया है. राम मंदिर निर्माण के बाकी कार्य तेजी से पूरे किए जा रहे हैं.
'न्योता मिलना देश के 140 करोड़ लोगों के लिए खुशी की बात'
उधर, रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का न्योता मिलने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहली प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा कि ये मेरा सौभाग्य है कि मुझे वहां पर आने का न्योता दिया है. उन्होंने यह भी कहा कि यह खुशी सिर्फ मोदी की नहीं है, यह हिंदुस्तान के 140 करोड़ लोगों के ह्रदयों की प्रसन्नता है. उन्होंने कहा कि 'सफल सकल सुभ साचन साजू, राम तुम्हहि अवलोकत आजू' यानी श्रीराम के दर्शन से जीवन सफल होता है.
यह भी पढ़ें: PM Modi In Varanasi: पीएम मोदी ने एंबुलेंस देख रुकवाया अपना काफिला, वाराणसी में चल रहा था रोड शो