नई दिल्लीः पूर्वांचल के दौरे के दौरान पीएम मोदी ने कांग्रेस को मुसलमानों की पार्टी बताते हुए जो सवाल पूछा उसको लेकर राजनीति गर्म हो चली है. कांग्रेस पर मुस्लिम पार्टी को लेकर मोदी के कटाक्ष के बाद बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने भी बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि देश में जल्द चुनाव हो सके इसके लिए हिंदू मुसलमान की राजनीति की जा रही है. मायावती ने कहा कि जिस तरह से पीएम मोदी हिंदू- मुसलमान, शमशान क़ब्रिस्तान कर रहे हैं लगता है आम चुनाव इस साल भी हो सकते हैं.
मायावती ने कहा, "पिछले कुछ दिनों से जिस तरह हिंदू मुस्लिम की राजनीति फिर से गर्म है, उससे लग रहा है कि देश में 2019 का जो लोकसभा चुनाव होना है वो हिंदू और मुसलमान के नाम पर ही होगा."
आपको बता दें कि कल आजमगढ़ की रैली में पीएम मोदी ने राहुल गांधी से पूछ लिया कि ये बताइए कांग्रेस मुस्लिम पुरुषों की पार्टी है या मुस्लिम महिलाओं के बारे में भी सोचती है. दरअसल, मुस्लिम बुद्धिजीवियों से राहुल गांधी की मुलाकात को लेकर एक उर्दू अखबार ने दावा किया था कि इस मुलाकात में राहुल ने कांग्रेस को मुसलमानों की पार्टी बताया था. इस खबर के बाद मोदी ने कहा कि कांग्रेस के बारे में ऐसा जानकर उन्हें आश्चर्य नहीं हुआ.
दूसरी ओर कांग्रेस के नेताओं ने भी पीएम मोदी के आरोप का जवाब देते हुए कहा है कि कांग्रेस किसी एक धर्म-जाति विशेष की नहीं बल्कि पूरे देश की पार्टी है.
माया का हमला
अब इस हिंदू मुसलमान राजनीति में कूदते हुए बीएसपी अध्यक्ष मायावती ने पीएम मोदी के ऊपर हमला बोल दिया है. उन्होंने कहा कि कि अब जबकि लोकसभा का आम चुनाव नज़दीक आ गया है तो केन्द्र तथा उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार को विभिन्न योजनाओं के शिलान्यास की सूझी है. उन्होंने कहा कि इस प्रकार के चुनावी फैसलों को आम जनता छलावे के रूप में ही देखती है और इसी क्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा आज आज़मगढ़ में 'पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे' की आधारशिला रखी गयी है.
कुछ समय पहले ये चर्चा जोरों पर थी कि केंद्र सरकार आम चुनाव को जल्द कराने वाली है हालांकि इसको लेकर कोई ठोस कदम सरकार की तरफ से उठाया नहीं गया. हालांकि पीएम मोदी कई बार इस बात का जिक्र कर चुके हैं कि देश में राज्यों और लोकसभा के चुनाव एक साथ कराए जाने चाहिए.
क्या है पूरा मामला
मोदी आजमगढ़ में पूर्वांचल एक्सप्रेस वे का शिलान्यास करने गये तो मुद्दा उठा दिया कि कांग्रेस मुस्लिमों की पार्टी है. बाकायदा इसके लिए पूर्व पीएम मनमोहन सिंह का उदाहरण भी पेश कर दिया. कांग्रेस के मुस्लिम पार्टी होने का ये बयान परसों उस मीटिंग से बाहर आया है जिसमें राहुल गांधी ने मुस्लिम बुद्धिजीवियों से मुलाकात की थी. जिस आजमगढ़ में मोदी ने राहुल गांधी की कांग्रेस पर मुस्लिमों की पार्टी होने का चस्पा लगाया है.
एक ऊर्दू अखबार इंकलाब में खबर छपी कि राहुल गांधी ने इस बैठक में कहा कि कांग्रेस मुस्लिमों की पार्टी है. खबर में लिखा है कि मुसलमानों के इल्जामात को फरामोश करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी मुसलमानों की पार्टी है क्योंकि मुल्क का मुसलमान कमजोर है और कांग्रेस हमेशा कमजोरों के साथ रही है. 2019 के आम चुनाव में बीजेपी को शिकस्त देने के लिए जद्दोजहद करने वाली कांग्रेस एक मर्तबा फिर मुल्क के मुसलमानों पर ऐतमाद जाहिर करते हुए पहली मर्तबा सियासी मामलों पर बातचीत के लिए मुस्लिम बुद्धिजीवियों के साथ बैठी है.
उर्दू अखबार की इस खबर के सामने आने के बाद से ही बीजेपी कांग्रेस पर हल्ला बोल रही है और कांग्रेस इसे बीजेपी की साजिश करार दे रही है. 2014 में हार की समीक्षा के लिए बनी एंटनी कमेटी की रिपोर्ट ने कांग्रेस के मुस्लिम प्रेम को हार की वजह बताया गया था।
लेकिन इसके बाद पिछले साल गुजरात चुनाव और पिछले दिनों कर्नाटक चुनाव में मंदिर मंदिर जाकर राहुल ने खुद की हिंदूवादी छवि पेश करने की कोशिश की. अब 2019 से पहले उनकी पार्टी पर एक बार फिर मुस्लिम पार्टी होने का ठप्पा लगाया जा रहा है.
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