CAA के पक्ष में पीएम मोदी ने दिया पाकिस्तानी सेना के विज्ञापन का उदाहरण
एनसीसी कैडेट्स को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने बिना पाकिस्तान का नाम लिए कहा कि हमारा पड़ोसी देश तीन तीन युद्ध हार चुका है.
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज नागरिकता संसोधन कानून (सीएए) के पक्ष में जोरदार तर्क देते हुए पाकिस्तानी सेना के उस विज्ञापन का उदाहरण दिया जिसमें सफाई कर्मचारी के पद पर सिर्फ गैर-मुस्लिम ही आवेदन कर सकते हैं और जिन पर पाकिस्तान में जुल्म और अत्याचार होते हैं. राजधानी दिल्ली में एनसीसी कैडेट्स की सालाना रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने उन नेताओं को आड़े हाथो लिया जो 'दलितों के पक्षधर बनते हैं.' लेकिन मोदी ने कहा कि जब इन्हीं दलितों पर पाकिस्तान और दूसरे देशों में अत्याचार होते हैं. उनकी बहू-बेटियों का बलात्कार होता है तो ये नेता चुप्पी साध जाते हैं. पीएम ने कहा इन दलितों के लिए ही देश में सीएए यानि सिटीजन एमेंडमेंट एक्ट लाया गया है. पीएम ने कहा कि तुष्टिकरण और वोटबैंक की राजनीति करने वाले ही इस कानून का विरोध कर रहे हैं.
दरअसल, हाल ही में पाकिस्तानी रेंजर्स ( पाकिस्तान की सीमा सुरक्षा बल) ने की पदों के लिए विज्ञापन निकाला था. इस विज्ञापन में पाकिस्तानी रेंजर्स ने कुक, दर्जी जैसए पदों के लिए नियुक्ति निकाली थीं. लेकिन उसमें साफ लिखा था कि सैनेटरी-वर्कर (सफाई कर्मचारी) के पद के लिए सिर्फ गैर-मुस्लिम ही आवेदन कर सकते हैं. पीएम मोदी ने कहा इन्हीं दलित लोगों के लिए उनकी सरकार सीएए कानून लाई है.
अपने भाषण की शुरूआत भारत माता के नारे से शुरू करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज का युवा छटपटा रहा है कि 70 साल से देश समस्याओं से क्यूं त्रस्त है. उन्होनें युवा कैडेट्स से कहा कि आप सभी को "आज देश में आतंकवाद , माओवाद, अलगाववाद के बारे में सुनने को मिलता है. सुनते हैं जवान मारे गए, भारत के लिए किसी ने जहर उगला, तिरंगे का अपमान किया. लेकिन युवा भारत इसे स्वीकार नहीं करेगा, न्यू इंडिया स्वीकार नहीं करेगा. उन्होनें कहा कि आज युवा देश बदलना चाहता है. वो चुनौतियों को टालना नहीं जानता, टकराना जानता है. आज के युवा पढ़ेंगे भी और देश के लिए कुछ करेंगे भी."
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, सीडीएस बिपिन रावत और तीनों सेनाओं की मौजूदगी में देश विदेश के कैडेट्स को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने बिना पाकिस्तान का नाम लिए कहा कि हमारा पड़ोसी देश तीन तीन युद्ध हार चुका है. हमारी सेना उसे 'हफ्ता-दस दिन में हरा देती है.' ऐसे में उसने आतंकवाद के जरिए हमारे खिलाफ छद्म-युद्ध शुरू किया, जिसमें हजारों लोगों की जान चली गई. लेकिन पीएम ने साफ तौर से चेतावनी देते हुए कि ये नए दौर का भारत है जो सर्जिकल स्ट्राईक करता है, (बालाकोट में) एयर स्ट्राईक करता है और घर में घुसकर मारता है.
पुरानी सरकारों को कोसते हुए पीएम मोदी ने कहा कि बंटवारे के वक्त एक मैप पर लाइन खींच दी गई और करतारपुर साहिब पाकिस्तान को दे दिया गया. लेकिन 1971 के युद्ध में जब 90 हजार पाकिस्तानी सैनिकों को बंदी बनाया गया था तो करतारपुर साहिब वापस क्यूं नहीं लिया. उन्होनें कहा जबकि हमारी सरकार ने बांग्लादेश से हाल ही में सीमा विवाद सुलझा लिया. पीएम ने अपने लंबे भाषण में कहा कि आजादी के बाद से ही कश्मीर में समस्या बनी हुई थी. तीन चार परिवार समस्या को पालते रहे. कश्मीर को आतंकवाद ने खत्म कर दिया. बिना कश्मीरी पंडितों का नाम लिए उन्होनें कहा कि वहीं के रहने वाले लोगों को घर से निकलने के लिए मजबूर कर दिया गया, लेकिन सरकार ने कुछ नहीं किया. क्या हम कश्मीर को ऐसे ही चलने देते. पीएम ने कहा इसीलिए हमने कश्मीर से धारा 370 हटा दी.
सोमवार को हुए बोडो समझौते को ऐतिहासिक बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि ये नार्थ ईस्ट में शांति की तरफ एक बड़ा कदम हैं जहां आजादी के बाद से ही कई उग्रवादी संगठन इकठ्ठा हो गए थे. वायुसेना को राफेल लड़ाकू विमान, सैनिकों के लिए बुलैटप्रुफ जैकेट, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ यानि सीडीएस, नेशनल वॉर मेमोरियल, पुलिस स्मारक और वन रैंक वन पेंशन देना उन्होनें अपनी सरकार की उपलब्धियों के तौर पर गिनवाईं. पीएम ने कहा कि विरोधी पार्टियां उनके बारे में अफवाह फैला रही हैं कि उनके फैसलों और नीतियों से दुनिया में भारत की प्रतिष्ठा कम हुई है. लेकिन उन्होनें कहा कि मैं सारी गालियां सुनने के लिए तैयार हूं लेकिन देश को समस्याओं में नहीं अटकने दूंगा. बल्कि देश को मजबूत बनाने की कोशिश करूंगा और समस्याओं से मुक्त करूंगा.
गणतंत्र दिवस के मौके पर राजधानी दिल्ली में हर साल नेशनल कैडेट कोर (एनसीसी) का कैंप आयोजित किया जाता है. इस कैंप में देशभर के कैडेट्स हिस्सा लेते हैं. यूथ-एक्सचेंज कार्यक्रम के तहत विदेशों से आए युवा भी हिस्सा लेते हैं. करीब एक महीने चलने वाले इस कैंप में रक्षा मंत्री, दिल्ली के मुख्यमंत्री, तीनों सेनाओं के प्रमुख शामिल होते हैं और संबोधित करते. कैंप का समापन प्रधानमंत्री की रैली से होता है. इस मौके पर कैडेट्स ने मार्च पास्ट किया और पीएम को गार्ड ऑफ ऑनर दिया. साथ ही रंगारंग कार्यक्रम और अपनी ताकत का नमूना पेश किया.
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