PM मोदी ने जिस हाइड्रोजन से चलने वाली पहली नौका का किया उद्घाटन, उसमें क्या है खास? जानिए
First Hydrogen-powered Ferry Launches: हरित हाइड्रोजन से चलने वाली यह नौका शून्य कार्बन उत्सर्जन करती है और शोर किए बगैर चलती है. इसकी शुरुआत से वैश्विक तापवृद्धि का असर कम करने में मदद मिलेगी.
PM Modi Launches India First Hydrogen-powered Ferry: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरित हाइड्रोजन से चलने वाली देश की पहली स्वदेशी रूप से विकसित और निर्मित नौका का बुधवार (28 फरवरी) को उद्घाटन किया. हरित हाइड्रोजन से चलने वाली यह नौका शून्य कार्बन उत्सर्जन करती है और शोर किए बगैर चलती है. इसकी शुरुआत से वैश्विक तापवृद्धि का असर कम करने में मदद मिलेगी.
प्रधानमंत्री मोदी ने तमिलनाडु के थूथुकुडी से ऑनलाइन माध्यम से इस हाइड्रोजन-चालित नौका का उद्धाटन किया. इस अवसर पर कोचीन शिपयार्ड के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक मधु एस नायर भी मौजूद रहे.
भारत का 2070 तक शून्य कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य
इस नौका का विकास करने वाले कोचीन शिपयार्ड ने कहा कि समुद्री ईंधन के रूप में हरित हाइड्रोजन का इस्तेमाल एक टिकाऊ भविष्य के लिए भारत की प्रतिबद्धता में सबसे अहम है. भारत ने वर्ष 2070 तक शुद्ध रूप से शून्य कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य रखा है.
'ईंधन सेल से चलने वाली यह नौका उत्सर्जन और शोर से रहित'
कोचीन शिपयार्ड ने एक बयान में कहा कि हरित नौका पहल के तहत विकसित यह अंतर्देशीय जलमार्ग जहाज समुद्री क्षेत्र में प्रौद्योगिकी का प्रदर्शन करने की पायलट परियोजना है. सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम ने कहा, 'ईंधन सेल से चलने वाली यह नौका उत्सर्जन और शोर से रहित है. यह ऊर्जा सक्षम होने से वैश्विक तापवृद्धि के प्रभाव को कम करता है.
'राजनीतिक विचारधारा से नहींं बल्कि विकास के लिए कर रहा हूं ये सब'
भारत के पहले स्वदेशी हरित हाइड्रोजन जलमार्ग पोत को हरी झंडी दिखाते हुए पीएम मोदी ने यह भी कहा कि केंद्र सरकार के लगातार प्रयासों के कारण परिवहन बढ़ने से तमिलनाडु में 'जीवन में सुगमता' आई है. मोदी ने कहा कि नयी परियोजनाएं विकसित भारत की रूपरेखा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं. उन्होंने कहा, ''मैं जो कुछ कह रहा हूं वह किसी राजनीतिक विचारधारा या अपनी विचारधारा के मुताबिक नहीं बल्कि विकास के लिए है.''
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