PM Modi In G7 Summit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को इटली के लिए रवाना हो गए, जहां वह जी-7 शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे. प्रधानमंत्री पांचवीं बार इसमें भाग ले रहे हैं और सम्मेलन में सबसे वरिष्ठ नेताओं में से एक होंगे. हालांकि प्रधानमंत्री मोदी के कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के साथ शिष्टाचार भेंट करने की संभावना है, लेकिन उनके साथ कोई द्विपक्षीय बैठक की योजना नहीं है.


प्रधानमंत्री मोदी के ट्रूडो के साथ द्विपक्षीय अनुभव निराशाजनक रहे हैं. कनाडाई प्रधानमंत्री भारत में बढ़ते खालिस्तानी आतंकवाद के मुद्दे पर बात करने के लिए तैयार नहीं होते. जस्टिन ट्रूडो की हरकतों से भारत नाखुश है. कनाडा ने आरोप तो लगा दिया कि भिंडरावाले टाइगर फोर्स के आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के पीछे मोदी सरकार का हाथ था लेकिन उसने सबूत अभी तक पेश नहीं किए.


जस्टिन ट्रूडो की हरकतों से भारत नाखुश


18 सितंबर को जस्टिन ट्रूडो ने कनाडा की संसद में निज्जर की हत्या के संबंध में भारत पर निराधार आरोप लगाए जबकि निज्जर गैंगवार में मारा गया था. निज्जर एक घोषित आतंकवादी था, जिसके खिलाफ भारत में कम से कम 10 मामले दर्ज थे. उसके खिलाफ इंटरपोल की ओर से भी रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया था और वह कनाडा स्थित गैंगस्टर अर्शदीप सिंह, रिंकू बिहला और गोल्डी बरार का गुरु था.


पैंतरेबाजी कनाडा को पड़ेगी भारी?


पिछले अक्टूबर में, कनाडा को भारत से अपने 41 राजनयिकों को वापस बुलाने के लिए मजबूर होना पड़ा था, क्योंकि नई दिल्ली ने देश में तैनात राजनयिकों की संख्या 62 से घटाकर 21 करके उत्तर अमेरिकी देश की राजनयिक उपस्थिति की ताकत में समानता लाने की मांग की थी. हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, वापस बुलाए गए कुछ राजनयिक भारत में राजनीतिक दलों के नेतृत्व के साथ सीधे संपर्क में थे. यह भी आरोप लगाया गया था कि ओटावा ने राजनीतिक खुफिया जानकारी जुटाने के लिए अपने राजनयिकों को कुछ भारतीय राजनेताओं के साथ जोड़ा था.


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