(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
PM On Guru Purab: पीएम मोदी ने कहा- अगर राष्ट्र की आस्था और अखंडता सुरक्षित है, तो इसके पीछे सिख गुरुओं की है महान तपस्या
PM On Guru Purab: गुरुपर्व के अवसर पर कच्छ के गुरुद्वारा लखपत साहिब समारोह में PM मोदी ने कहा कि राष्ट्र का चिंतन-आस्था और अखंडता अगर आज सुरक्षित है, तो उसके भी मूल में सिख गुरुओं की महान तपस्या है.
PM Modi On Guru Purab: आज गुरुपर्व के अवसर पर कच्छ के गुरुद्वारा लखपत साहिब के समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संबोधन हो रहा है. पीएम मोदी ने कहा कि गुरुद्वारा लखपत साहिब समय की हर गति का साक्षी रहा है. आज जब मैं इस पवित्र स्थान से जुड़ रहा हूं, तो मुझे याद आ रहा है कि अतीत में लखपत साहिब ने कैसे कैसे झंझावातों को देखा है. एक समय ये स्थान दूसरे देशों में जाने के लिए व्यापार के लिए एक प्रमुख केंद्र होता था.
पीएम मोदी ने कहा कि 2001 के भूकम्प के बाद मुझे गुरु कृपा से इस पवित्र स्थान की सेवा करने का सौभाग्य मिला था. मुझे याद है, तब देश के अलग-अलग हिस्सों से आए शिल्पियों ने इस स्थान के मौलिक गौरव को संरक्षित किया. प्राचीन लेखन शैली से यहां की दीवारों पर गुरूवाणी अंकित की गई. इस प्रोजेक्ट को तब यूनेस्को ने सम्मानित भी किया गया था.
गुरु अरजन देव जी का किया जिक्र
हमारे गुरुओं का योगदान केवल समाज और आध्यात्म तक ही सीमित नहीं है बल्कि हमारा राष्ट्र, राष्ट्र का चिंतन, राष्ट्र की आस्था और अखंडता अगर आज सुरक्षित है, तो उसके भी मूल में सिख गुरुओं की महान तपस्या है. कोरोना के कठिन समय में हमारे गुरुद्वारों ने जिस तरह सेवा की जिम्मेदारी उठाई, वो गुरु साहब की कृपा और उनके आदर्शों का ही प्रतीक है. इसी तरह गुरु अरजन देव जी ने पूरे देश के संतों के सद्विचारों को पिरोया और पूरे देश को भी एकता के सूत्र में जोड़ दिया. दिल्ली के गुरुद्वारा बंगला साहब में उन्होंने दुखी लोगों का रोग निवारण कर मानवता का जो रास्ता दिखाया था, वो आज भी हर सिख और हर भारतवासी के लिए प्रेरणा है.
गुरु नानक देव जी को किया नमन
पीएम मोदी ने कहा कि गुरु नानक देव जी और उनके बाद हमारे अलग-अलग गुरुओं ने भारत की चेतना को तो प्रज्वलित तो रखा ही, भारत को भी सुरक्षित रखने का मार्ग बनाया है. गुरु नानकदेव जी का संदेश पूरी दुनिया तक नई ऊर्जा के साथ पहुंचे, इसके लिए हर स्तर पर प्रयास किए गए. दशकों से जिस करतारपुर साहिब कॉरिडोर की प्रतीक्षा थी, 2019 में हमारी सरकार ने ही उसके निर्माण का काम पूरा किया.
गुजरात के लिए गौरव की बात- पीएम मोदी
ये गुजरात के लिए हमेशा गौरव की बात रही है कि खालसा पंथ की स्थापना में अहम भूमिका निभाने वाले पंज प्यारों में से चौथे गुरसिख, भाई मोकहम सिंह जी गुजरात के ही थे. देवभूमि द्वारका में उनकी स्मृति में गुरुद्वारा बेट द्वारका भाई मोहकम सिंह का निर्माण हुआ है।
पीएम ने किया अमेरिका की ओर से लौटाई गई छोटी तलवार का जिक्र
पीएम मोदी ने कहा कि कुछ महीने पहले जब मैं अमेरिका गया था, तो वहां अमेरिका ने भारत को 150 से ज्यादा ऐतिहासिक वस्तुएं लौटाईं थीं. इसमें से एक पेशकब्ज या छोटी तलवार भी है, जिस पर फारसी में गुरु हरगोबिंद जी का नाम लिखा है. यानि ये वापस लाने का सौभाग्य भी हमारी ही सरकार को मिला है. अभी हाल ही में हम अफगानिस्तान से ससम्मान गुरु ग्रंथ साहिब के स्वरूपों को भारत लाने में सफल रहे हैं. गुरु कृपा का इससे बड़ा अनुभव किसी के लिए और क्या हो सकता है?