नई दिल्लीः कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजों ने ये साफ कर दिया है कि देश में अब भी मोदी का जादू कायम है. कर्नाटक अपने दमपर राज्य में सरकार बनाने जा रही है. कर्नाटक विधानसभा चुनाव नतीजों को 2019 के आम चुनाव का क्वार्टर फाइनल माना जा रहा है. यही वजह है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कर्नाटक में 6 दिन में 21 रैलियां की. वहीं बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कर्नाटक में 27 रैलियां की. पीएम मोदी और बीजेपी के लिए यह चुनाव बेहद अहम माना रहा और इसके जरिए बीजेपी के लिए 2019 में बोने वाले आम चुनाव की तस्वीर आसान हो गई है.

मोदी और अमित शाह की अगुवाई वाली बीजेपी ने दक्षिण भारत की अपनी सबसे बड़ी परीक्षा ना सिर्फ पास कर ली है बल्कि इसमें टॉप कर लिया है. वही दक्षिण भारत जिसे दक्कन भी कहा जाता है. इस जगह को फतह करने में मुगलों से लेकर अंग्रेजों तक के पसीने छूट गए थे. मोदी-शाह की जोड़ी के लिए 2019 के पहले ये सबसे बड़ा चुनाव माना जा रहा था और ये जीत 2019 के लोकसभा चुनाव में पार्टी की स्थिति साफ करने वाला माना जा रहा था. रुझानों में बीजेपी 113 सीटों के साथ बहुमत का आंकड़ा पार कर चुकी है.


कर्नाटक में बीजेपी की सरकार, भ्रष्टाचार में फंसे येदुरप्पा होंगे सीएम

2019 से पहले सबसे बड़ी परी बीजेपी ने की पास


कर्नाटक में बीजेपी 2008 से 2013 के बीच सत्ता में रही थी. दक्षिण भारत में पहली बार कमल खिलाने वाले येदुरप्पा पर मोदी-शाह की जोड़ी ने 2018 में फिर दांव खेला. इसबार भी बीजेपी की सरकार ये बी.एस येदुरप्पा सीएम होंगे. इस चुनाव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने खुद मैदान में उतरकर धुआंधार प्रचार किया. मोदी के लिए इस चुनाव के बेहद खास मायने हैं. कर्नाटक चुनाव को 2019 के लोकसभा चुनाव का क्वार्टर फाइनल कहा जा रहा है. बीजेपी की इस जीत से 2019 के लिए उसका रास्ता आसान हो जाएगा. वहीं इस जीत के साथ 21 राज्यों में एनडीए की सरकार हो जाएगी. एक बार फिर इस बात की पुष्टि हो गई है कि मोदी लहर कायम है.


कर्नाटक विधानसभा चुनाव: सीएम सिद्धारमैया दोनों सीटे पर पीछे


कर्नाटक में पीएम मोदी ने 6 दिन में 21 रैलियां की हैं और 5 बार नमो एप के जरिए बीजेपी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया है. बीजेपी का दावा है कि इस ऐप के जरिए मोदी 25 लाख लोगों तक पहुंचे हैं. कर्नाटक के चुनाव प्रचार में पीएम मोदी ने भले 6 दिन बिताए लेकिन अमित शाह पिछले 6 महीने से कई बार कर्नाटक गए. इस जोड़ी की ये मेहनत अब नतीजों के रुप में रंग लाई है.