(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
मानगढ़ धाम तप, तपस्या और देशभक्ति का प्रतिबिंब, भुला दिया गया बलिदान, पीएम मोदी बोले- यहां आना सम्मान की बात
PM Modi In Mangarh: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सहित तीन राज्यों के मुख्यमंत्री के साथ मानगढ़ धाम की गौरव यात्रा में भी हिस्सा लिया.
PM Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज (01 नवंबर) राजस्थान दौरे पर हैं. यहां उन्होंने मानगढ़ की गौरव गाथा कार्यक्रम में हिस्सा लिया. पीएम मोदी ने इस दौरान देश को संबोधित करते हुए कहा कि आजादी के 'अमृत महोत्सव' में हम सभी का मानगढ़ धाम आना, ये हम सभी के लिए प्रेरक और सुखद है. मानगढ़ धाम जनजातीय वीर-वीरांगनाओं के तप, त्याग, तपस्या और देशभक्ति का प्रतिबिंब है. ये राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र की साझी विरासत है.
पीएम मोदी ने कहा कि 17 नवंबर 1913 को मानगढ़ में जो नरसंहार हुआ वह अंग्रेजी हुकूमत की क्रूरता की पराकाष्ठा थी. दुनिया को गुलाम बनाने की सोच मानगढ़ की इस पहाड़ी पर अंग्रेजी हुकूमत ने 1500 से ज्यादा लोगों को घेरकर के उन्हें मौत के गाट उतारा था. दुर्भाग्य से आदिवासी समाज के इस बलिदान को इतिहास में जो जगह मिलनी चाहिए वह नहीं मिली. आज देश उस कमी को पूरा कर रहा है. भारत का अतीत, इतिहास, वर्तमान और भविष्य आदिवासी समाज के बिना पूरा नहीं होता है.
युवाओं को मिले आधुनिक शिक्षा के अवसर
देश में वन क्षेत्र भी बढ़ रहे हैं, वन संपदा भी सुरक्षित की जा रही है. साथ ही आदिवासी क्षेत्र डिजिटल इंडिया से भी जुड़ रहे हैं. पारंपरिक कौशल के साथ-साथ आदिवासी युवाओं को आधुनिक शिक्षा के भी अवसर मिले. इसके लिए एकलव्य आदिवासी विद्यालय भी खोले जा रहे हैं.
'अशोक गहलोत के साथ किया था काम'
अशोक गहलोत और मैंने मुख्यमंत्री के रूप में साथ काम किया था. वह हमारे बहुत से मुख्यमंत्रियों में सबसे वरिष्ठ थे, आज भी यहां मंच पर बैठे सभी मुख्यमंत्रियों में से अशोक गहलोग सबसे वरिष्ठ मुख्यमंत्री में से एक हैं.
ये भी पढ़ें:
मोरबी पुल हादसे का मामला पहुंचा सुप्रीम कोर्ट, PIL दाखिल कर न्यायिक आयोग बनाने की मांग