PM Modi Meet Anthony Albanese: पीएम मोदी बोले- मंदिरों पर हमलों से भारत दुखी और चिंतित है, ऑस्ट्रेलिया के पीएम ने दिया ये जवाब
India-Australia Relations: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑस्ट्रेलिया के पीएम एंथनी अल्बनीज से मिलने के दौरान ऑस्ट्रेलिया में मंदिरों पर हो रहे हमले को खेद का विषय बताया.
PM Modi Meet Anthony Albanese: अहमदाबाद में क्रिकेट मैदान से दोस्ती की टीम दिखाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत दौरे पर आए ऑस्ट्रेलिया के पीएम एंथनी अल्बनीज दिल्ली के हैदराबाद हाउस में मिले.
दोनों मुल्कों की रणनीतिक साझेदारी मजबूत करने के वादों और इरादों के साथ ही एक अहम मुद्दा था बीते कुछ हफ्तों में ऑस्ट्रेलिया में मंदिरों पर हमले की घटनाएं. द्विपक्षीय बातचीत की मेज पर जहां पीएम मोदी ने मामले को प्रमुखता से उठाया. वहीं अल्बनीज ने कार्रवाई का भरोसा देने के साथ ही रोकथाम के लिए दोनों पक्ष की कानूनी एजेंसियों के बीच तालमेल पर रजामंदी बनी.
पीएम मोदी ने क्या कहा?
अल्बनीज से द्विपक्षीय वार्ता के बाद मीडिया कैमरों से रूबरू हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ''यह खेद का विषय है कि पिछले कुछ सप्ताहों से ऑस्ट्रेलिया में मंदिरों पर हमलों की खबरें नियमित रूप से आ रही हैं. स्वाभाविक है कि ऐसे समाचार भारत में सभी लोगों को चिंतित करते हैं, हमारे मन को व्यथित करते हैं.''
विदेश सचिव विनय क्वात्रा के मुताबिक, पीएम मोदी ने जब मदिरों में पर तोड़फोड़ की हालिया घटनाओं का मुद्दा उठाया तो अल्बनीज गंभीरता से लिया. उन्होंने आश्वासन दिया कि ऑस्ट्रेलियाई कानून के तहत ऐसी किसी घटना के लिए कानूनी कार्रवाई जरूर होगी. क्वात्रा ने बताया कि बातचीत में इस बात को भी स्वीकार किया गया कि ऐसी घटनाओं से सामाजिक सौहार्द खराब होता है. लिहाज़ा ऐसी घटनाओं को अंजाम देने वालों के खिलाफ कार्रवाई जरूरी है.
मामला क्या है?
बताया जाता है कि हाल के दिनों में भारत ने ऑस्ट्रेलिया धरती पर सक्रिय खालिस्तानी तत्वों और उनकी गतिविधयों पर खुफिया जानकारियों का एक डॉजियर भी साझा किया है. साथ ही ऑस्ट्रेलिया सरकार से यह आग्रह किया गया कि उसकी धरती पर रहते हुए भारत के खिलाफ अलगाववादी गतिविधियां चला रहे इन तत्वों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए.
ध्यान रहे कि बीते करीब दो महीनों के दौरान सात से अधिक हिंदू पूजा स्थलों पर तोड़फोड़ और उन्हें खराब करने के मामले सामने आए हैं. इनमें सिडनी,ब्रिसबेन, मेलबर्न समेत कई शहरों में बने हिंदू मंदिरों से जुड़े मामले शामिल हैं. इन घटनाओं के पीछे ज्यादातर खालिस्तानी तत्वों की ही भूमिका सामने आई है. भारतीय समुदाय के लोगों की शिकायत है कि अभी तक किसी के खिलाफ ऐसी कार्रवाई नहीं हुई है जिससे यह सिलसिला रुक सके.
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