Assembly Polls 2022: पीएम मोदी ने आज उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के सांसदों के साथ नाश्ते पर चर्चा की. माना जा रहा था कि इस बैठक में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी भी मौजूद रहेंगे. लेकिन पीएम मोदी के साथ बैठक में अजय मिश्रा टेनी मौजूद नहीं थे. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या उनको नहीं बुलाया गया था. टेनी के इस्तीफे लेकर दोनो सदनों में लगातार हंगामा चल रहा है, विपक्ष गृह राज्यमंत्री के इस्तीफे की मांग पर अड़ा हुआ है.
सूत्रों से जानकारी मिली है कि उत्तर प्रदेश के सांसदों के साथ बैठक में प्रधानमंत्री ने सांसद खेल स्पर्धा और आजादी के अमृत महोत्सव के बारे में चर्चा की. सभी सांसदों ने अपने-अपने अनुभव शेयर किए. पीएम ने सांसदों को कुछ सुझाव भी दिया. प्रधानमंत्री ने सुझाव दिया कि सभी सांसद अपने वरिष्ठ लोगों के साथ बैठें. उन्होंने नाश्ते पर सांसदों के साथ अपनी चर्चा को गैर राजनीतिक रखा और कहा कि चुनाव पर आज चर्चा नहीं करेंगे. पीएम ने सभी सांसदों को अपने इलाके की समस्याओं को लेकर संसद में ज्यादा से ज्यादा सवाल करने के लिए भी कहा और इलाके के संगठन के पदाधिकारियों के साथ मिलकर काम करने को कहा.
टेनी के इस्तीफे पर अड़ा विपक्ष
उधर टेनी के इस्तीफे को लेकर लोकसभा में आज भी विपक्ष का हंगामा जारी है. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने हंगामे पर कड़ा रूख अपनाया है. स्पीकर ओम बिरला ने विपक्ष के सदस्यों को चेतावनी दी. उन्होंने कहा, हंगामे से लोकसभा में कोई घटना घटी तो जिम्मेदारी आपकी, लोकसभा की संपत्ति को नुकसान पहुंचा तो जिम्मेदारी आपकी होगी. इसके बाद हंगामे के चलते लोकसभा की कार्यवाही 2 बजे तक के लिए स्थगित हो गई.
बता दें, अजय मिश्रा टेनी ने बुधवार को अपना आपा खो दिया था और इस दौरान एबीपी न्यूज के मीडियाकर्मियों के साथ दुर्व्यवहार किया था. मंत्री एक चाइल्ड केयर सेंटर में ऑक्सीजन प्लांट के उद्घाटन के लिए गए थे, जब एक पत्रकार ने उनसे लखीमपुर खीरी मामले में एसआईटी द्वारा आरोप जोड़ने के बारे में पूछा, तो वह पत्रकारों को ही अपशब्द बोलने लगे. मंत्री ने तुरंत अपना आपा खो दिया और पत्रकार से कहा, "दिमाग खराब क्या बे?" उन्होंने घटना को रिकॉर्ड करने वाले एक अन्य पत्रकार का मोबाइल फोन बंद करने के लिए भी कहा. मंत्री ने अपशब्दों का इस्तेमाल किया और वहां मौजूद मीडियाकर्मियों को धमकाया.