नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जी20 शिखर सम्मेलन से इतर चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से शुक्रवार को मुलाकात की. प्रधानमंत्री मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने स्वीकार किया कि दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों में काफी सुधार हुआ है. बैठक में मोदी और शी ने दोनों पड़ोसी मुल्कों के बीच आपसी विश्वास और मित्रता को और आगे बढ़ाने के संयुक्त प्रयासों पर भी चर्चा की.


मोदी और शी अप्रैल में चीन के वुहान में अनौपचारिक बैठक के बाद दो बार मुलाकात कर चुके हैं. दोनों जून में चीन के चिंगदाओ में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) सम्मेलन में मिले थे और फिर जुलाई में दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में उनकी मुलाकात हुई थी. मोदी ने शी से कहा कि वह अगले साल एक अनौपचारिक बैठक में उनकी मेजबानी करने की आशा करते हैं.


प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘ऐसी पहल गति को बनाए रखने में मददगार साबित होती हैं.’’ साथ ही उन्होंने कहा कि चिंगदाओ और जोहान्सबर्ग में दो समीक्षा बैठकें हो चुकी हैं. प्रधानमंत्री ने कहा कि दोनों देशों के बीच संबंधों ने पिछले एक साल में काफी उन्नति की है. गौरतलब है कि सिक्किम के डोकलाम सेक्टर में दोनों देशों की सेनाओं के बीच 73 दिनों तक गतिरोध के चलते भारत और चीन के बीच संबंध तनावपूर्ण हो गए थे.


दोनों देशों के बीच संबंधों में जमी बर्फ पिघलने के परिणामस्वरूप वुहान में मोदी और शी की एक अनौपचारिक बैठक हुई थी, जहां दोनों नेताओं ने विश्वास और तालमेल बनाने के लिए संचार मजबूत करने की खातिर अपनी-अपनी सेनाओं को रणनीतिक दिशानिर्देश जारी करने का फैसला किया था. मोदी ने कहा कि शुक्रवार की बैठक दोनों देशों के बीच साझेदारी को और मजबूत करेगी. प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘आज की बैठक हमारे संबंधों को मजबूत करने के संदर्भ में एक दिशा प्रदान करने में अहम होगी.’’


मोदी ने कहा, ‘‘इस मुलाकात के लिए वक्त निकालने को लेकर मैं आपको (राष्ट्रपति शी को) हार्दिक बधाई देता हूं.’’ मोदी ने बाद में ट्वीट किया, ‘‘अर्जेंटीना में राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ शानदार मुलाकात. अनेक द्विपक्षीय और वैश्विक मुद्दों पर बातचीत हुई. हमारी लगातार बातचीत ने भारत और चीन के बीच संबंधों को काफी मजबूत किया है.’’ शुक्रवार की मुलाकात के बाद प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने ट्वीट किया कि दोनों नेताओं के बीच सार्थक चर्चा हुई.


विदेश सचिव विजय गोखले के मुताबिक दोनों नेताओं ने कहा कि द्विपक्षीय संबंधों में प्रत्यक्ष सुधार हुए हैं. उन्होंने कहा कि दोनों नेताओं ने वुहान में बनी सहमति की विस्तृत समीक्षा की और उसकी प्रगति के बारे में भी जाना. दोनों ने कहा कि आर्थिक मोर्चे पर काफी सुधार हुआ है. गोखले ने कहा कि शी जिनपिंग ने फार्मा क्षेत्र में दोनों देशों के बीच बड़े स्तर पर व्यापार के भी संकेत दिए हैं.


विदेश सचिव ने कहा, "दोनों पक्षों ने अफगान राजनयिकों के प्रशिक्षण के लिए शुरू किए गए पहले द्विपक्षीय सहयोग की सफलता का भी खासतौर से जिक्र किया और भविष्य में भी ऐसे मौकों पर साथ आने की इच्छा जताई.’’ विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट किया, ‘‘वुहान भावना को मजबूत करने के लिए साथ मिल कर काम कर रहे हैं. ’’


प्रवक्ता ने ट्वीट में कहा, ‘‘ जी 20 शिखर सम्मेलन से इतर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की चीन के राष्ट्रपति शी के साथ गर्मजोशी भरी और सार्थक बैठक हुई. इस साल यह उनकी चौथी मुलाकात है. दोनों देशों के बीच संबंधों के सभी आयामों में परस्पर विश्वास और दोस्ताना संबंधों को और अधिक बढ़ाने की संयुक्त कोशिशों पर चर्चा हुई.’’


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