मोदी कैबिनेट के 42 फीसदी मंत्रियों पर आपराधिक मामले, 31 फीसदी पर हत्या-डकैती जैसे गंभीर आरोप- ADR रिपोर्ट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में अपनी कैबिनेट का विस्तार किया है, जिसमें 43 सांसदों को शपथ दिलाई गई. मंत्रिपरिषद में 36 नए चेहरों को शामिल किया गया.
नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्रीपरिषद के 78 मंत्रियों में से 42 फीसदी ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले होने की घोषणा की है जिनमें से चार पर हत्या के प्रयास से संबंधित मामले भी हैं. ये जानकारी एडीआर की रिपोर्ट से सामने आई है. बुधवार को 15 नए कैबिनेट मंत्रियों और 28 राज्य मंत्रियों ने शपथ ली जिसके बाद मंत्री परिषद के कुल सदस्यों की संख्या 78 हो गई.
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने चुनावी हलफनामों का हवाला देते हुए कहा कि इन सभी मंत्रियों के किए गए विश्लेषण में 33 फीसदी (42) ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले होने का उल्लेख किया है. करीब 24 या 31 फीसदी मंत्रियों ने हत्या, हत्या के प्रयास, डकैती आदि समेत गंभीर आपराधिक मामलों की घोषणा की है. गृह राज्य मंत्री बने कूच बेहार निर्वाचन क्षेत्र के निशित प्रमाणिक ने अपने खिलाफ हत्या से जुड़े एक मामले की घोषणा की है. वह 35 साल के मंत्री परिषद के सबसे युवा चेहरे भी हैं.
चार मंत्रियों पर हत्या के प्रयास का आरोप
चार मंत्रियों ने हत्या के प्रयास से जुड़े मामलों की घोषणा की है. ये मंत्री हैं जॉन बारला, प्रमाणिक, पंकज चौधरी और वी मुरलीधरन. जिन मंत्रियों का विश्लेषण किया गया उनमें से 70 (90 प्रतिशत) करोड़पति हैं और प्रति मंत्री औसत संपत्ति 16.24 करोड़ रुपये है. चार मंत्रियों ने 50 करोड़ रू से ज्यादा की संपत्ति का उल्लेख किया है. ये मंत्री हैं ज्योतिरादित्य सिंधिया, पीयूष गोयल, नारायण तातु राणे और राजीव चंद्रशेखर.
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