प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार (21 अक्टूबर) को कहा कि उनकी सरकार ने पिछले दस साल में अनुच्छेद 370 को निरस्त करने, जीएसटी और  OROP लागू करने, तीन तलाक पर प्रतिबंध लगाने और विधायिका में महिलाओं के लिए आरक्षण का प्रावधान करने सहित कई लंबित' कार्य किए हैं.


मध्य प्रदेश के ग्वालियर स्थित सिंधिया स्कूल के 125वें स्थापना दिवस पर पीएम ने कहा कि उन्होंने स्कूल पर एक स्मारक डाक टिकट भी जारी किया. पीएम मोदी ने कहा, "(करीब) दस साल के कार्यकाल में एक दीर्घकालिक दृष्टिकोण के तहत हमारी सरकार ने 60 साल से लंबित अनुच्छेद 370 को खत्म किया, पूर्व सैनिकों के लिए 40 साल से लंबित वन रैंक, वन पेंशन (ओआरओपी) और जीएसटी को लागू किया. उन्होंने कहा कि सरकार ने तीन तलाक पर प्रतिबंध लगाया और सालों से लंबित महिला आरक्षण पर कानून बनाया.


'वंदे भारत और नमो भारत ट्रेन शुरू की'
प्रधानमंत्री ने स्वर्गीय माधवराव सिंधिया का उल्लेख करते हुए कहा कि जब वह रेल मंत्री थे, तब देश में शताब्दी एक्सप्रेस ट्रेन शुरु की गई थी, लेकिन उसके बाद दशकों तक देश में कोई नई ट्रेन शुरु नहीं की गई. पर अब यह उनकी सरकार है, जिसने आधुनिक वंदे भारत और नमो भारत जैसी आधुनिक ट्रेनें शुरु की हैं.


पीएम ने छात्रों से अपील की
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ने देश के युवाओं के लिए अंतरिक्ष क्षेत्र भी खोला है. मोदी ने सिंधिया स्कूल के छात्रों से एक गांव गोद लेने, स्वच्छता पर ध्यान देने, लोकल फॉर वोकल, किसानों के बीच प्राकृतिक खेती के लाभों के बारे में जागरूकता बढ़ाने, एक गरीब परिवार को गोद लेने, मोटे अनाज अथवा श्री अन्न का उपयोग करने और योग का अभ्यास करने जैसी चीजों का आह्वान किया.


सलमान खान रह चुके हैं स्कूल के छात्र
उन्होंने कहा कि अभिनेता सलमान खान, गायक नितिन मुकेश और रेडियो उद्घोषक अमीन सयानी जैसी कुछ प्रसिद्ध हस्तियां इस स्कूल के पूर्व छात्र हैं. कार्यक्रम में नितिन मुकेश विशेष रूप से उपस्थित थे. कार्यक्रम को केंद्रीय मंत्री और स्कूल के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के अध्यक्ष ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी संबोधित किया.


सिंधिया ने याद किया कि 1980 के दशक में जब देश में सूचना प्रौद्योगिकी की शुरुआत हुई थी, तो इसे पाठ्यक्रम में शामिल करने वाला सिंधिया स्कूल देश का पहला संस्थान था. इस अवसर पर मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगू भाई पटेल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह (जो सिंधिया स्कूल के पूर्व छात्र हैं) भी मौजूद रहे.


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