Birbhum Violence: 'बंगाल के लोग ऐसा जघन्य अपराध करने वालों को माफ न करें', बीरभूम हिंसा पर बोले PM मोदी
पीएम नरेंद्र मोदी ने बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोलकाता में बिप्लबी भारत गैलरया विक्टोरिया, मेमोरियल हॉल का उद्घाटन किया
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पीएम नरेंद्र मोदी ने बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोलकाता में बिप्लबी भारत गैलरया विक्टोरिया, मेमोरियल हॉल का उद्घाटन किया. उन्होंने इस दौरान बीरभूम में हुई हिंसा पर शोक जताते हुए कहा, केंद्र सरकार की तरफ से मैं राज्य को इस बात के लिए आश्वस्त करता हूं कि अपराधियों को जल्द से जल्द सजा दिलवाने में जो भी मदद वो चाहेगी, उसे मुहैया कराई जाएगी. मैं बंगाल के लोगों से भी आग्रह करूंगा कि ऐसी वारदात को अंजाम देने वालों को, ऐसे अपराधियों का हौसला बढ़ाने वालों को कभी माफ न करें.
पीएम ने कहा, मैं पश्चिम बंगाल के बीरभूम में हुई हिंसक वारदात पर दुख व्यक्त करता हूं, अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं. पीएम ने कहा कि राज्य सरकार, बंगाल की महान धरती पर ऐसा जघन्य पाप करने वालों को जरूर सजा दिलवाएगी.
पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के रामपुरहाट में तृणमूल कांग्रेस के नेता भादू प्रधान की हत्या के बाद कई घरों में आग लगा दी गई. इस घटना में 8 लोगों की मौत हो गई, जिसमें 2 बच्चे भी शामिल हैं. टीएमसी नेता पर सोमवार को क्रूड बम से हमला हुआ था. मामले की जांच के लिए SIT का गठन किया गया है और केंद्र सरकार ने घटना की रिपोर्ट मांगी है. इस मामले में अब तक 11 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है.
#WATCH मैं पश्चिम बंगाल के बीरभूम में हुई हिंसक वारदात पर दुख व्यक्त करता हूं, अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं। मैं आशा करता हूं कि राज्य सरकार, बंगाल की महान धरती पर ऐसा जघन्य पाप करने वालों को ज़रूर सजा दिलवाएगी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी pic.twitter.com/ntzDUMFl4Z
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 23, 2022
शहीदी दिवस पर शहीदों को किया नमन
अपने भाषण के दौरान पीएम मोदी ने अमर शहीद भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव के बलिदान को याद किया. उन्होंने कहा कि उनकी शौर्य गाथा देश के बच्चे-बच्चे की जुबान पर है. हम सबको इन वीरों की गाथाएं, देश के लिए दिन रात मेहनत करने के लिए प्रेरित करती हैं. हमारे अतीत की विरासतें हमारे वर्तमान को दिशा देती हैं, हमें बेहतर भविष्य गढ़ने के लिए प्रेरित करती हैं.
धरोहरों को लाया जा रहा वापस-पीएम
पीएम मोदी ने आगे कहा, आज देश अपने इतिहास को, अपने अतीत को, ऊर्जा के जाग्रत स्रोत के रूप में देखता है. आपको वो समय भी याद होगा जब हमारे यहां आए दिन प्राचीन मंदिरों की मूर्तियां चोरी होने की खबरें आती थीं. हमारी कलाकृतियों की बेधड़क विदेशों में स्मग्लिंग होती थी, जैसे उनकी कोई अहमियत ही नहीं थी. लेकिन अब भारत की उन धरोहरों को वापस लाया जा रहा है. 2014 से पहले के कई दशकों में सिर्फ दर्जनभर प्रतिमाओं को ही भारत लाया जा सका था. लेकिन बीते 7 सालों में ये संख्या सवा 2 सौ से अधिक हो चुकी है. पीएम ने कहा, अपनी संस्कृति, सभ्यता की ये निशानियां, भारत की वर्तमान और भावी पीढ़ी को निरंतर प्रेरित करें, इस दिशा में ये एक बहुत बड़ा प्रयास है.
पीएम मोदी ने कहा, हेरिटेज टूरिज्म बढ़ाने के लिए भारत में एक राष्ट्रव्यापी अभियान चल रहा है. स्वदेश दर्शन जैसी कई योजनाओं के जरिए हेरिटेज टूरिज्म को रफ्तार दी जा रही है. भारत को गुलामी के सैकड़ों वर्षों के कालखंड से आजादी, तीन धाराओं के संयुक्त प्रयासों से मिली थी. एक धारा थी क्रांति की, दूसरी धारा सत्याग्रह की और तीसरी धारा थी जन-जागृति अभियानों की.
भाषण में पीएम ने कहा, मैं देश के युवाओं से कहना चाहता हूं- कभी अपनी शक्तियों को, अपने सपनों को कम नहीं आंकिएगा. ऐसा कोई काम नहीं जो भारत का युवा कर ना सके. ऐसा कोई लक्ष्य नहीं जो भारत का युवा हासिल ना कर सके. भारत भक्ति का यही शाश्वत भाव, भारत की एकता, अखंडता, आज भी हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए.
उन्होंने कहा, आपकी राजनीतिक सोच कुछ भी हो, आप किसी भी राजनीतिक दल के हों, लेकिन भारत की एकता-अखंडता के साथ किसी भी तरह का खिलवाड़, भारत के स्वतंत्रता सेनानियों के साथ सबसे बड़ा विश्वासघात होगा. आजादी के मतवालों की क्षेत्रीयता अलग-अलग थी, भाषाएं-बोलियां भिन्न-भिन्न थीं, यहां तक कि साधन-संसाधनों में भी विविधता थी लेकिन राष्ट्रसेवा की भावना और राष्ट्रभक्ति एकनिष्ठ थी. वो ‘भारत भक्ति’ के सूत्र से जुड़े थे, एक संकल्प के लिए खड़े थे.
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