'इंसान हूं, भगवान नहीं, गलतियां मुझसे भी होती हैं', कहां और क्यों बोले PM मोदी
PM Modi on Nikhil Kamath Podcast: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी निखिल कामथ के पॉडकास्ट शो में नजर आए हैं. इसका ट्रेलर भी जारी कर दिया गया है. इसमें PM मोदी ने कई मुद्दों पर खुलकर बात की है.
PM Modi on Nikhil Kamath Podcast: PM नरेंद्र मोदी भारतीय बिजनेसमैन निखिल कामथ के पॉडकास्ट शो 'पीपल बाई डब्ल्यूटीएफ' में नजर आए हैं. इस पॉडकास्ट का ट्रेलर यूट्यूब पर जारी कर दिया गया है. दो मिनट के ट्रेलर में PM मोदी कई मुद्दे पर बात करते हुए नजर आ रहे हैं.
इस ट्रेलर का नाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ लोग' रखा गया है. इस ट्रेलर में निखिल पीएम से कई सवाल पूछते नजर आ रहे हैं, जिनका प्रधानमंत्री जवाब दे रहे हैं.
'मुझे घबराहट हो रही है'
इस ट्रेलर में PM मोदी और निखिल कामथ कई मुद्दों पर बात करते हुए नजर आ रहे हैं. इस वीडियो में निखिल कामथ कहते हैं, "मैं यहां आपके सामने बैठा हूं और बात कर रहा हूं, मुझे घबराहट हो रही है। मेरे लिए ये मुश्किल है." इस पर PM मोदी मुस्कुराते हुए जवाब देते हैं, "ये मेरा भी पहला पॉडकास्ट है, मुझे नहीं पता कि यह आपके दर्शकों को कैसा लगेगा.'
मैं भगवान नहीं हूं-PM मोदी
इस दौरान वो PM मोदी से पूछते हैं कि अगर किसी युवा को नेता बनना है तो उसमे क्या टैलेंट है, जिसे परखा जा सकता है. इस पर PM कहते हैं कि राजनीति में लगातार अच्छे लोगों को आते रहना चाहिए. राजनीति में ऐसे लोग आने चाहिए, जो मिशन लेकर आए हैं, न की एंबिशन (महत्वकांक्षा) लेकर. उन्होंने आगे कहा, "जब मैं मुख्यमंत्री बना रहा तो मैंने भी एक भाषण दिया था. तब मैंने कहा था कि गलतियां होती हैं. मुझसे भी होती हैं. मैं भी मनुष्य हूं, कोई भगवान थोड़े हूं."
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— Narendra Modi (@narendramodi) January 9, 2025
'हम शांति के पक्ष में हैं'
इस ट्रेलर में निखिल कामथ दुनिया के मौजूदा हालात पार और खासकर युद्धों को लेकर सवाल करते हैं. PM मोदी इन सवालों का जवाब देते हुए कहते हैं, "हम लगातार कह रहे हैं कि हम न्यूट्रल नहीं हैं. उन्होंने कहा,'मैं लगातार कह रहा हूं कि मैं शांति के पक्ष में हूं.'
'पहले और दूसरे कार्यकाल में क्या अंतर था?'
इस ट्रेलर में निखिल पीएम मोदी से सवाल करते हैं कि उनके पहले और दूसरे कार्यकाल कैसे एक-दूसरे से अलग थे. इस पर PM मोदी कहते हैं कि पहले कार्यकाल में लोग मुझे समझने की कोशिश कर रहे थे और मैं भी दिल्ली को समझने की कोशिश कर रहा था.
अपना जिक्र करते हुए निखिल सवाल करते हैं कि अगर कोई दक्षिण भारत के मिडिल क्लास परिवार में पैदा हुआ हो और जिसे बचपन से ये बोला गया हो कि राजनीति एक गंदी जगह है. ये बात हमारे समाज में इतनी गहराई से बैठ गई कि हमारी सोसाइटी में कि इसे बदलना बहुत मुश्किल है. इसका जवाब देते हुए PM मोदी कहते हैं कि अगर जो आप कह रहे हैं वही होते तो आप आज यहां नहीं होते.