PM Modi On Rahul Gandhi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार (17 फरवरी) को इशारों में राहुल गांधी पर तंज कसा. उन्होंने ईटी ग्लोबल बिजनेस समिट में कहा, ''हमारे यहां तो अधिकतर ओपिनियन मेकर हर छह महीने में एक ही ‘प्रोडक्ट’ के रिलॉन्च में बिजी रहते हैं. और इस रीलॉन्च में भी वो रिइमेजिन नहीं करते.''


पीएम मोदी ने दावा किया कि उनकी सरकार आने के बाद भ्रष्टाचार पर लगाम लगी है, लेकिन 2014 से पहले सिर्फ एक ही परिवार का ध्यान रखा गया था. राजीव गांधी कहते थे कि एक रुपया भेजा जाता है तो 15 पैसे पहुंचते हैं. सोचिए उनके हिसाब से सोचा जाए तो हमने 85 फीसदी पैसा बचाया. दरअसल 1985 में तत्कालीन पीएम राजीव गांधी ने सूखा ग्रस्त ओडिशा के कालाहांडी जिले के दौरे पर ये कहा था. अपने इस भाषण में उन्होंने कहा था कि देश में बहुत भ्रष्टाचार है.


पीएम मोदी ने कहा कि कुछ लोग गरीबी हटाओ की बातें भले करते थे, लेकिन सच्चाई ये थी कि पहले गरीबों को देश पर बोझ समझा जाता था. हमारा फोकस गरीबों का सशक्तिकरण करने पर है, ताकि वे देश की तेज ग्रोथ में अपनी पूरी क्षमता के साथ देश के विकास में योगदान कर सकें. दरअसल पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने गरीबी हटाओं का नारा दिया था.  


क्या दावा किया? 
पीएम मोदी ने दावा किया कि साल 2014 में देश में 100 से ज्यादा ऐसे जिले थे,जिन्हें बहुत ही पिछड़ा माना जाता था. हमने पिछड़े जिलों के इस कॉन्सेप्ट को रिइमेजिन किया. 9 सालों में साढ़े तीन लाख किलोमीटर गांवों में रोड बनाए गए. यह सारा हिसाब पिछले नौ साल का है. तीन करोड़ गरीब परिवारों को घर दिए हैं. 


'पिछली बार मिले थे'
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि विश्व जब कोरोना से गुजर था तो हिंदुस्तान के लोगों ने दुनिया को दिखाया कि आपदा को कैसे अवसर में बदला जाता है. उन्होंने कहा कि भारत के सामर्थ्य की गूंज ग्लोबल बिजनेस समिट में भी सुनाई दे रही है. उन्होंने बताया कि जब हम पिछली बार मिले थे तो मास्क रोजमर्रा की जिंदगी का हिस्सा नहीं था, लेकिन ईटी समिट-2020 के ठीक 5 दिन बाद  डब्ल्यूएचओ (WHO) ने कोविड को पैनडेमिक घोषित कर दिया और कुछ ही समय में पूरी दुनिया ही बदल गई. वैश्विक व्यवस्थाएं बदल गई और अब भारत भी बदल गया है. 


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