PM मोदी ने आरबीआई के एलानों की तारीफ की, कहा-कारोबार और मध्यम वर्ग को मदद मिलेगी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज आरबीआई के किए गए एलानों का स्वागत किया और कहा कि इससे देश के मध्यम वर्ग और कारोबार को मदद मिलेगी.
नई दिल्लीः आज आरबीआई ने अर्थव्यवस्था के लिए कुछ बड़े एलान किए हैं और इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी इसको लेकर ट्वीट किए हैं.
आज रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने जो एलान किए हैं उनका स्वागत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया है और आरबीआई के कदमों की तारीफ की है. पीएम मोदी ने इसको लेकर एक ट्वीट किया है और लिखा है कि-
''आज आरबीआई ने कोरोना वायरस के असर से हमारी अर्थव्यवस्था को बचाने के लिए बड़े कदम उठाए हैं. ये घोषणाएं लिक्विडिटी को बढ़ाएंगी, फंड की लागत को कम करेंगी और इसके साथ ही कारोबार और मध्यम वर्ग को इनसे मदद मिलेगी.''
Today @RBI has taken giant steps to safeguard our economy from the impact of the Coronavirus. The announcements will improve liquidity, reduce cost of funds, help middle class and businesses. https://t.co/pgYOUBQtNl
— Narendra Modi (@narendramodi) March 27, 2020
इसके अलावा वित्त मंत्री ने भी आरबीआई के उठाए गए कदमों को लेकर संतोष जताया और इसको लेकर ट्वीट किए.
Appreciate @RBI @DasShaktikanta’s reassuring words on financial stability. The 3 month moratorium on payments of term loan instalments (EMI) & interest on working capital give much-desired relief. Slashed interest rate needs quick transmission. #IndiaFightsCoronavirus
— Nirmala Sitharaman (@nsitharaman) March 27, 2020
कांग्रेस ने भी कदमों का स्वागत किया कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने कोरोना संकट के मद्देनजर भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के रेपो दर में कटौती के फैसले का शुक्रवार को स्वागत किया और साथ ही आरोप लगाया कि कर्ज पर किश्तों के भुगतान की तिथि को आगे बढ़ाने का फैसला स्पष्ट नहीं है, जिससे कर्ज लेने वालों को निराशा होगी.
पूर्व वित्त मंत्री चिदंबरम ने ट्वीट कर कहा, ‘‘मैं रेपो रेट में कटौती के आरबीआई के फैसले और अधिक नकदी प्रदान करने के लिए उठाए कदमों का स्वागत करता हूं. बहरहाल, ईएमआई की तिथि आगे बढ़ाने पर आरबीआई का निर्देश अस्पष्ट है और यह अधूरे मन से किया गया है. मांग यह है कि सभी ईएमआई के भुगतान की तिथियां स्वत: आगे बढ़नी चाहिए. ’’
उन्होंने दावा किया, ‘‘मैंने सुझाव दिया था कि सभी तिथियों को 30 जून तक बढ़ाया जाए. अब कर्ज लेने वालों को बैंकों पर निर्भर बना दिया गया है और वे निराश होंगे. ’
गौरतलब है कि कोरोना वायरस के संकट को देखते हुए आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने रेट में 0.75 फीसदी की कटौती सहित कई निर्णयों की घोषणा की.