नई दिल्ली: सोनिया गांधी से एनसीपी प्रमुख शरद पवार की मुलाकात से चंद घंटों पहले प्रधानमंत्री मोदी ने कुछ ऐसा कह दिया कि सभी राजनीतिक दलों के कान खड़े हो गए. राज्यसभा के 250वें सत्र के मौके पर हुई खास चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने एनसीपी की तारीफ करके सभी को चौंका दिया.


प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में कहा कि एनसीपी और बीजू जनता दल दो ऐसे दल रहे जिसने संसदीय परंपराओं का सबसे बेहतरीन उदाहरण पेश किया है. प्रधानमंत्री ने कहा कि एनसीपी और बीजेडी दो ही ऐसे दल हैं जिन्होंने कभी भी अपने विरोध के बावजूद राज्य सभा में हंगामा नहीं किया. पीएम मोदी ने कहा कि एनसीपी से संसदीय परंपरा को सीखा जा सकता है.


पीएम मोदी के इस बयान ने कई पार्टी के लोगों के कान खड़े कर दिए हैं. प्रधानमंत्री का ये कहना है कि सत्ता के गलियारों में एक बार फिर से एनसीपी की भूमिका को लेकर चर्चा शुरू हो गई है.


चर्चा ये है कि कहीं प्रधानमंत्री महाराष्ट्र में सरकार के मद्देनजर एनसीपी को रिझाने की कोशिश तो नहीं कर रहे. खास करके तब जबकि पिछले कई दिनों की बातचीत के बावजूद एनसीपी, कांग्रेस और शिवसेना की सरकार अब तक नहीं बन पाई है. दावा किया जा रहा है कि तीनों दलों के बीच कॉमन मिनिमम प्रोग्राम को लेकर सहमति बनाई जा रही है. प्रधानमंत्री की एनसीपी की तारीफ इसलिए भी बहुत महत्वपूर्ण है कि पीएम ने ऐसा शरद पवार की सोनिया गांधी से मुलाकात के चंद घंटो पहले ही किया है.