PM Modi Visit Mahakumbh: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार (13 दिसंबर, 2024) को प्रयागराज पहुंचे और महाकुंभ की सफलता के लिए कुंभ कलश का पूजन किया. इस दौरान उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि विश्व का सबसे बडा आयोजन हो रहा है. महाकुंभ से देश को दिशा मिलती है. विश्व के अलग--अलग कोने से लोग आ रहे हैं. महाकुंभ एकता का महायज्ञ है. ये एकता का ऐसा महायज्ञ होगा, जिसकी चर्चा पूरी दुनिया में होगी. मैं इस आयोजन की भव्य और दिव्य सफलता की आप सभी को शुभकामनाएं देता हूं.


पीएम मोदी ने कहा कि यहां जाति का भेदभाव खत्म हो जाता है और संप्रदाय का भेदभाव खत्म हो जाता है. आज यहां हजारों करोड़ की परियोजना का लोकार्पण हुआ है. राजा--महाराजा का काल हो या अंग्रेज का शासन काल आस्थओं का काम कभी नहीं छूटा. गांव-शहर से लोग प्रयागराज कुंभ में आते हैं. कुंभ हजारों वर्ष से हो रहा है. पिछले कुंभ में मुझे आने का अवसर मिला था आज भी हमने गंगा का आशीर्वाद लिया.


‘विश्व का सबसे बड़ा आयोजन है कुंभ’


उन्होंने कहा कि प्रयाग में पग-पग पर पुण्य है. तीर्थराज प्रयागराज है. प्रयागराज केवल एक भौगौलिक भूंखड नहीं है. यह एक आध्यात्मिक जगह है. यह गंगा, जमुना, सरस्वती, कावेरी अनेक पवित्र नदियों का देश है. यह प्रयाग है. कुंभ विश्व का सबसे बडा आयोजन है. प्रयागराज वह स्थान जिसकी प्रशंसा वेद में की गई है. प्रयागराज में संगम की इस पावन भूमि को मैं श्रद्धापूर्वक प्रणाम करता हूं. महाकुंभ में पधार रहे सभी साधु-संतों को भी नमन करता हूं. महाकुंभ को सफल बनाने के लिए दिनरात परिश्रम कर रहे कर्मचारियों का, श्रमिकों और सफाईकर्मियों का मैं विशेष रूप से अभिनंदन करता हूं.


‘प्रयाग में पग-पग पर पुण्य है’


प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारा भारत पवित्र स्थलों और तीर्थों का देश है. ये गंगा, यमुना, सरस्वती, कावेरी और नर्मदा जैसी अनगिनत पवित्र नदियों का देश है. इन नदियों के प्रवाह की जो पवित्रता है, इन अनेकानेक तीर्थों का जो महत्व है, जो महात्म्य है, उनका संगम, उनका समुच्चय, उनका योग, उनका संयोग, उनका प्रभाव, उनका प्रताप ये प्रयाग है. प्रयाग वो है, जहां पग-पग पर पवित्र स्थान हैं, जहां पग-पग पर पुण्य क्षेत्र हैं.


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