MP Special Arrangements For Cheetahs: करीब 70 साल बाद भारत में चीते लौट आए हैं. इन चीतों को नामीबिया (Namibia) से खास विमान के जरिए लाया गया है. पीएम मोदी (PM Modi) आज अपने जन्मदिन पर मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में चीतों को छोड़ने पहुंचे. लुप्त श्रेणी में रखे गए ये चीते अब श्योपुर कूनो नेशनल पार्क (Kuno National Park) में नजर आएंगे. कूनो नेशनल पार्क में इन चीतों के लिए खास बाड़े तैयार किए गए हैं.
कूनो राष्ट्रीय उद्यान मध्य प्रदेश (MP) में स्थित एक नेशनल पार्क है. साल 1981 में इसका निर्माण किया गया था. ये राष्ट्रीय उद्यान करीब 750 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है.
चीतों के लिए खास इंतजाम
पेड़ पौधे और घने जंगल के साथ नेचुरल घास का यह मैदान चीतों के लिए काफी मुफीद मानी जा रही है. चीतों को पूरी तरह से सुरक्षित रखने के लिए खास इंतजाम किए गए हैं. इसके लिए चीता मित्र नाम का संगठन बनाया गया है. सरकार ने आसपास के गांवों के 250 लोगों को चिता मित्र बनाया है. जिन लोगों की चीता मित्र बनाया गया है, उसमे एक नाम है रमेश सिंह सिकरवार. रमेश, जो पहले डकैत थे, लेकिन अब चीतों की रक्षा करेंगे.
अल्सीसियन फीमेल डॉग को ट्रेनिंग
कूनो नेशनल पार्क में आठों चीतों की सुरक्षा के लिए एक कुत्ते को प्रशिक्षित किया जा रहा है. इन चीतों को नेशनल पार्क के एक विशेष बंद बाड़े में रखा जाएगा. ये बाड़ा काफी बड़े इलाके में फैला है. चीतों को शिकारियों से बचाने के लिए एक अल्सीसियन फीमेल डॉग 'इलू' को 'कमांडो' बनाया जा रहा है. चंड़ीगढ़ से 22 किमी दूर भानू में स्थित ITBP के नेशनल ट्रेनिंग सेंटर में ट्रेनिंग दी गई है.
फॉरेस्ट विभाग की टीम करेगी पेट्रोलिंग
चीता मित्र संगठन (Cheetah Mitra Sangathan) के लोग गांव-गाव घूमकर लोगों को चीतों के बारे में जानकारी दे रहे हैं. लोगों को बता रहे हैं कि चीता अगर पार्क से बाहर निकल आए तो क्या करें. चीता मित्रों के अलावा सुरक्षा के लिए फॉरेस्ट विभाग (Forest Department) की टीम लगातार पेट्रोलिंग करेगी. कूनो नेशनल पार्क (Kuno National Park) को तैयार करने के लिए करीब 24 गांवों को विस्थापित किया गया है. विस्थापित लोगो को दूसरी जगह पर बसा दिया गया है.
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