राष्ट्रवादी ताकतों को हराने की अपील करने वाले आर्क बिशप को पीएम मोदी ने दिया जवाब
पिछले दिनों गांधीनगर के आर्क बिशप थॉमस मैकवान ने चिट्ठी लिखकर ईसाई समुदाय से राष्ट्रवादी ताकतों से बचने की अपील की थी.
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गांधीनगर के आर्क बिशप को जवाब दिया है. अहमदाबाद में प्रधानमंत्री ने कहा, "हमने कोई धर्म, कोई जाती नहीं देखी सिर्फ देशभक्ति और मानवता देखी. हम सबका साथ सबका विकास की राह पर चल रहे हैं.''
हम फादर टॉम को बचाकर लाए थे- पीएम प्रधानमंत्री ने कहा, ''जो लोग राष्ट्रवादियों के खिलाफ फतवा जारी कर रहे हैं उन्हें याद रखना चाहिए कि हम कितनी मेहनत से फादर टॉम को विदेश से लेकर आए थे. झब तमिलनाडु में उनके परिवार को बताया गया तो उन्हें विश्वास नहीं हुआ कि उनता बेटा ढाई साल बाद वापस आ रहा है.''
फादर प्रेम को भी बचा कर लाए- पीएम पीएम मोदी ने कहा, ''फादर प्रेम को भी बचाकर लाए थे, जिनका अफगानिस्तान में अपहरण कर लिया गया था. ये हमारा राष्ट्रवाद है कि हम फादर टॉम और फादर प्रेम को वापस लेकर आए.''
केरल की नर्सों को बचाया, ये हमारी राष्ट्रभक्ति- पीएम प्रधानमंत्री ने कहा, ''हम केरल की नर्सों को छुड़ा कर लाए, इनमें ईसाई भी थीं. दुनिया भर में जिसकी मदद लेनी थी ली लेकिन ईसाई समाज की बेटियों को वापस लाए, ये हमारी देशभक्ति ही थी.
आर्क बिशप थॉमस मैकवान ने चिट्ठी में क्या लिखा था? ईसाई समुदाय को लिखी चिट्ठी में आर्क बिशप ने लिखा था, ''गुजरात चुनाव के परिणाम महत्वपूर्ण हैं और हमारे देश की भविष्य की प्रगति को प्रभावित करेंगे. हमारे देश का धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक ढांचा दांव पर हैं. मानव अधिकारों का उल्लंघन हो रहा है और संवैधानिक अधिकार कुचले जा रहे हैं. अल्पसंख्यकों, अन्य पिछड़े जाति(ओएबीसी), अनुसूचित जाति (एससी), गरीबों आदि के बीच असुरक्षा की भावना बढ़ रही है और राष्ट्रवादी ताकतें देश को अपने नियंत्रण में लेने के कगार पर हैं."
चुनाव आयोग ने जारी किया था नोटिस चुनाव आयोग ने आर्कबिशप थॉमस मैकवान को नोटिस जारी करते हुए उनसे देश के पादरियों को पत्र लिखने के मामले में जवाब मांगा था. निर्वाचन आयोग ने जिला कलेक्टर के जरिए आर्कबिशप को नोटिस जारी किया और उनसे पत्र लिखने का मकसद स्पष्ट करने के लिए कहा.