दुनिया को भारत का दम दिखा कर देश लौटे पीएम मोदी, ट्रंप से दो टूक कहा- कश्मीर द्विपक्षीय मामला
फ्रांस के बियारिट्ज में पीएम मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति की मुलाकात हुई, इस मुलाकात में कश्मीर मुद्दे पर अमेरिकी मध्यस्थता की तमाम अटकलों पर पूर्ण विराम लगा. कश्मीर मुद्दे पर तीसरे पक्ष की मध्यस्थता को पीएम मोदी ने सिरे से खारिज किया. पीएम मोदी ने ट्रंप के सामने कहा कि किसी तीसरे देश को कष्ट नहीं देना चाहते.
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दुनिया को भारत का दम दिखाकर तीन के देशों के विदेश दौरे से वापस आ गए हैं. पीएम मोदी दुबई, बहरीन और फ्रांस के दौरे से लौटे हैं, फ्रांस में पीएम मोदी ने जी 7 की बैठक में भी हिस्सा लिया. जी 7 की मीटिंग के बाद पीएम मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनाल्ड ट्रंप से मुलाकात में मोदी ने ट्रंप को साफ साफ सुना दिया कि वो कश्मीर पर अपनी टांग अड़ाने की कोशिश ना करें.
Delhi: Prime Minister Narendra Modi returns to India after concluding his three nation visit to France, United Arab Emirates and Bahrain. pic.twitter.com/PUiiUsWWQh
— ANI (@ANI) August 26, 2019
बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात से पहले कहा था कि वो फ्रांस के बिआरित्ज में कश्मीर मुद्दे पर चर्चा करेंगे। ट्रंप हाल ही में कश्मीर पर भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता की पेशकश कई बार कर चुके थे. ट्रंप ने ये बात तब कही थी जब वाशिंगटन में व्हाइट हाइस में उनके साथ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान बैठे थे. ट्रंप के बयान पर देश में खूब हंगामा हुआ था. विदेश मंत्री एस जयशंकर को संसद में बयान देना पड़ा कि डोनाल्ड ट्रंप से पीएम मोदी की ऐसी कोई बात नहीं हुई है.
बिआरित्ज में पीएम मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप की मुलाकात के बाद विदेश सचिव विजय गोखले ने बताया कि दोनों नेताओं के बीच करीब 40 मिनट की मुलाकात बेहतरीन और गर्मजोशी से भरी रही. इसमें दोनों देशों के बीच व्यापाक रणनीतिक साझेदारी के कई मुद्दों पर चर्चा हुई. वहीं गोखले ने साफ किया कि कश्मीर या पाकिस्तान के विषय पर दोनों नेताओं ने जो भी कुछ कहा वो कैमरों के सामने ही था. कैमरे हटने के बाद हुई वार्ता में इस विषय पर कोई चर्चा नहीं हुई.
बौखलाए इमरान खान ने फिर दी परमाणु युद्ध की धमकी जाहिर है महज एक महीने बाद ट्रंप को प्रधानमंत्री मोदी के साथ दोस्ती पर रश्क जताते देखना पाकिस्तानी पीएम इमरान खान की परेशानी बढ़ाने को काफी है. यही वजह है कि मोदी-ट्रंप मुलाकात के थोड़ी ही बाद ही इमरान खान ने देश के नाम संदेश में परमाणु हथियारों का बिजूका लहराने में देर नहीं लगाई. अमेरिका का ध्यान खींचने को बेताब इमरान ने कहा कि यह नहीं भूलना चाहिए कि भारत और पाकिस्तान परमाणु ताकत हैं. पाकिस्तान कश्मीर के लिए किसी भी हद तक जाएगा और हालात परमाणु युद्ध तक जाती है तो ऐसे में विश्व शक्ति की एक जिम्मेदारी है.