पीएम मोदी ने कोरोना टीकाकरण अभियान की प्रगति की समीक्षा की, टीकों की बर्बादी को कम करने पर दिया जोर
प्रधानमंत्री कार्यालय के मुताबिक, पीएम मोदी ने कोरोना टीकों की बर्बादी रोकने के लिए जरूरी कदम उठाने के लिए कहा.
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को देश में कोरोना टीकाकरण अभियान की प्रगति की समीक्षा की. इस दौरान पीएम मोदी ने टीकों की बर्बादी को कम करने पर जोर दिया.
पीएम मोदी ने विभिन्न राज्यों में टीकों की बर्बादी की स्थिति की समीक्षा करते हुए कहा कि बर्बादी की संख्या अब भी अधिक है और इसे कम करने के लिए कदम उठाए जाने की जरूरत है.
अधिकारियों ने प्रधानमंत्री को टीकों की मौजूदा उपलब्धता और इसे बढ़ाने के लिए ‘रोडमैप’ के बारे में जानकारी दी. टीकों के उत्पादन में तेजी लाने में विभिन्न टीका निर्माताओं को मदद के लिए किए जा रहे प्रयासों से भी प्रधानमंत्री को अवगत कराया गया.
पीएमओ ने कहा कि भारत सरकार टीका निर्माताओं के साथ मिलकर काम कर रही है और उन्हें अधिक उत्पादन इकाइयों की स्थापना, कच्चे माल की आपूर्ति और वित्तपोषण में मदद कर रही है.
पीएमओ ने कहा कि प्रधानमंत्री ने 45 साल से अधिक और 18-44 साल के आयु वर्ग के लोगों के साथ ही स्वास्थ्य कर्मियों और अग्रिम पंक्ति के कर्मियों में टीकाकरण कवरेज की स्थिति का भी जायजा लिया.
समीक्षा बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल तथा सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर के अलावा कई वरिष्ठ अधिकारी बैठक में शामिल हुए.
केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, देश में अब तक 22,75,67,873 कोरोना टीकों की खुराक दी गई है. शुक्रवार को देशभर में 33 लाख लोगों को वैक्सीन दी गई. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि कोविड-19 रोधी टीके की कम से कम एक खुराक ले चुके लोगों की संख्या के लिहाज से भारत ने अमेरिका को पीछे छोड़ दिया है.
बता दें कि हाल के दिनों में कई राज्यों ने कोरोना वैक्सीन की कमी के दावे किए हैं. राज्यों का कहना है कि केंद्र विदेशी कंपनियों से कोरोना की वैक्सीन खरीदे और वह राज्यों को दे. इस समय देश में कोरोना की दो वैक्सीन कोविशील्ड और कोवैक्सीन लोगों को दी जा रही है. सरकार ने स्पूतनिक वी वैक्सीन को भी मंजूरी दी है, जो आने वाले दिनों में आम लोगों के लिए उपलब्ध होंगी.
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