नई दिल्लीः कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 3 मई तक के लिए लॉकडाउन की अवधि बढ़ा दी है. अपने संबोधन के दौरान उन्होंने लोगों से सोशल डिस्टेंसिग का ध्यान रखने को कहा. देश को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कोरोना संकट के बीच देश के लोग अपनी इम्यूनिटी बढ़ाने पर बल दें. इस दौरन उन्होंने कहा कि अपनी इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए, आयुष मंत्रालय द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें और संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए आरोग्य सेतु ऐप जरूर डाउनलोड करें.


आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करने को लेकर पीएम मोदी ने बताया कि यह ऐप क्यों लोगों के लिए जरुरी है. इस दौरान उन्होंने कहा कि खुद डाउनलोड करें और दूसरे को भी डाउनलोड करने के लिए प्रेरित करें. ऐसे में हम आपको बताते हैं कि यह ऐप क्यों जरूरी है.


संक्रमण के खतरे का आकलन करने में मदद करता है


आरोग्य सेतु ऐप लोगों को कोरोना वायरस संक्रमण के खतरे और जोखिम का आकलन करने में मदद करता है. इस ऐप को एंड्रॉयड और आईफोन दोनों तरह के स्‍मार्टफोन पर डाउनलोड किया जा सकता है. यह खास ऐप आसपास मौजूद कोरोना पॉजिटिव लोगों के बारे में पता लगाने में मदद करता है.


इस ऐप को डाउनलोड करते समय आपके मोबाइल के ब्लूटूथ, स्थान और मोबाइल नंबर का उपयोग करके ऐसा किया जाता है. आरोग्य सेतु ऐप एंड्रॉयड और आईओएस दोनों पर उपलब्ध है. इसे ऐप के स्टोर के जरिये भी डाउनलोड किया जा सकता है.


11 भाषओं में है उपलब्ध


अंग्रेजी और हिंदी समेत आरोग्‍य सेतु ऐप 11 भारतीय भाषाओं में उपलब्‍ध है. जैसे ही आप इस ऐप को इंस्‍टॉल करके खोलेंगे वहां आपसे अपनी पसंदीदा भाषा चुनने का विकल्प होगा.


भाषा चुनने के बाद एक नया पेज खुलेगा. इस पेज को ध्यान से पढ़ें और रजिस्टर नाऊ बटन को क्लिक करें. आरोग्‍य सेतु ऐप को ब्‍लूटूथ और जीपीएस डेटा की जरूरत पड़ेगी. ऐप को काम करने के लिए इसकी अनुमति दें.


यह ऐप कॉन्‍टैक्‍ट ट्रेसिंग के लिए आपके मोबाइल नंबर, ब्लूटूथ और लोकेशन डेटा का उपयोग करता है और बताता है कि आप कोरोना के जोखिम के दायरे में है या नहीं.


ऐसे बताएगा कि आप सुरक्षित हैं या नहीं


यह ऐप तभी काम करता है जब आप अपना मोबाइल नंबर रजिस्टर करते हैं. नाम रजिस्टर करते ही आपके फोन पर एक ओटीपी आता है जिसके भरने के बाद और भी कई विकल्प को भरना होता है.


ऐप हरे और पीले रंग के कोडों में आपके खतरे के स्‍तर को दिखाता है. साथ ही यह भी सुझाव देता है कि आपको क्‍या करना चाहिए. अगर आपका कलर ग्रीन में दिखाया जाता है तो समझें कि आप सुरक्षित हैं और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें.


अगर इस ऐप में कलर पीला होता है तो आप समझें कि आपके ऊपर खतरा मंडरा रहा है. ऐसे समय में आप हेल्‍पलाइन में कॉल करके संपर्क साधें.


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