Mann Ki Baat Highlights: 'अंगदान के लिए कोई उम्र सीमा नहीं, किसी भी राज्य में मरीज कर सकता है अप्लाई', मन की बात में बोले पीएम मोदी
Mann Ki Baat: कार्यक्रम के 99वें एपिसोड के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों से अपने मन की बात कर रहे हैं. मन की बात हर महीने के आखिरी रविवार को होता है.
PM Modi's Mann Ki Baat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम के 99वें एपिसोड के जरिए देशवासियों को संबोधित कर रहे हैं. मन की बात कार्यक्रम का इस साल यह तीसरा एपिसोड है. कार्यक्रम के 99वें एपिसोड का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने नर्वस नाइंटीज का जिक्र किया.
देशवासियों के साथ अपने विचार साझा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, मन की बात का ये साथ 99वें पायदान पर आ पहुंचा है. 30 अप्रैल को होने वाले 100वें एपिसोड को लेकर लोगों में बहुत उत्साह है. 100वें एपिसोड के लिए आप सभी के सुझाव का बेसब्री से इंतजार है.
हर महीने के आखिरी रविवार को ऑल इंडिया रेडियो पर 'मन की बात' कार्यक्रम का प्रसारण होता है, जिसके जरिए पीएम मोदी देशवासियों से संवाद करते हैं.
अंगदान की चर्चा
मन की बात कार्यक्रम के 99वें एपिसोड में पीएम मोदी ने दूसरों की सेवा के लिए अपना जीवन समर्पित करने वालों की चर्चा की. पीएम मोदी ने कहा, अंगदान आज किसी को जीवन देने का बड़ा माध्यम बन चुका है. मृत्यु के बाद शरीर दान से 8-9 लोगों को नया जीवन मिलने की संभावना होती है.
अंगदान करने वाले खास परिवार से मुलाकात
पीएम मोदी ने कार्यक्रम के दौरान अमृतसर के रहने वाले एक खास परिवार से लाइव बात की. अमृतसर के रहने वाले सुखबीर सिंह संधू और उनकी पत्नी सुप्रीत कौर को एक बेटी हुई थी. घर के लोगों ने प्यार से उसका नाम अबाबत कौर रखा था. अबावत सिर्फ 39 दिनों की थी, जब वो दुनिया छोड़कर चली गई. बच्ची के जाने के बाद सुखबीर सिंह संधू और उसकी मां सुप्रीत कौर ने अबावत के अंगदान का प्रेरणादायक फैसला किया. प्रधानमंत्री ने दंपती से उनकी बेटी और अंगदान के फैसले के बारे में बात की.
इसके साथ ही पीएम मोदी ने झारखंड की स्नेहलता चौधरी की भी चर्चा की, जिनके परिवार ने उनका अंगदान करने का बड़ा फैसला लिया.
देश में एक पॉलिसी पर काम- पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार्यक्रम में बताया कि अंगदान को प्रोत्साहित करने के लिए पूरे देश में एक जैसी पॉलिसी पर काम हो रहा है. इस दिशा में राज्यों के स्थायी निवासी होने की शर्त को हटाने का निर्णय भी लिया गया है.
अंगदान के लिए आगे आने की अपील
पीएम मोदी ने कहा, सरकार ने अंगदान के लिए 65 वर्ष से कम आयु की आयु-सीमा को भी खत्म करने का फैसला लिया है. इन प्रयासों के बीच, मेरा देशवासियों से आग्रह है कि आर्गन डोनर ज्यादा से ज्यादा संख्या में आगे आएं. आपका एक फैसला कई लोगों की जिंदगी बचा सकता है, जिंदगी बना सकता है.
नारी शक्ति की तारीफ
नारी शक्ति की तारीफ करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, आज भारत को जो सामर्थ्य नए सिरे से निखरकर सामने आ रहा है. उसमें बहुत बड़ी भूमिका हमारी नारी शक्ति की है. इस दौरान प्रधानमंत्री ने एशिया की पहली महिला लोको पायलट सुरेखा यादव और डॉक्यूमेंट्री के लिए ऑस्कर जीतने वाली प्रोड्यूसर गुनीत मोंगा और डायरेक्टर कार्तिकी गोंजाल्विस का भी जिक्र किया.
क्लीन एनर्जी में भारत की सफलता का जिक्र
मैं जब विश्व के लोगों से मिलता हूँ तो वो रीन्यूएबल एनल्जी के क्षेत्र में भारत की अभूतपूर्व सफलता की जरुर चर्चा करते हैं. मुझे खुशी है कि आज हर देशवासी सौर ऊर्जा का महत्व भी समझ रहा है, और क्लीन एनर्जी में अपना योगदान भी देना चाहता है.
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