Mopa International Airport: गोवा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के उद्घाटन के बाद बोले पीएम मोदी -पिछले 8 साल में 72 हवाई अड्डे बनाए
PM Modi In Goa: PM मोदी ने कहा कि मुझे इस बात की खुशी है कि इस इंटरनेशनल एयरपोर्ट का नाम स्वर्गीय मनोहर पर्रिकर के नाम पर रखा गया है. अब यहां आने-जाने वाला हर व्यक्ति उन्हें याद रखेगा.
Mopa International Airport: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को गोवा में मोपा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का उद्घाटन किया. इस एयरपोर्ट की आधारशिला नवंबर 2016 में उन्होंने ही रखी थी. यह गोवा में दूसरा हवाई अड्डा है, जबकि पहला डाबोलिम में मौजूद है. इस एयरपोर्ट को लेकर गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने घोषणा की, इस हवाई अड्डे का नाम राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के दिग्गज नेता मनोहर पर्रिकर के नाम पर होगा. बता दें कि पर्रिकर का मार्च 2019 में निधन हो गया था.
इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, मुझे इस बात की खुशी है कि इस इंटरनेशनल एयरपोर्ट का नाम स्वर्गीय मनोहर पर्रिकर के नाम पर रखा गया है. अब यहां आने-जाने वाला हर व्यक्ति स्वर्गीय मनोहर पर्रिकर को याद रखेगा. उन्होंने कहा, 6 साल पहले मैंने यहां आकर इसकी आधारशिला रखी. कई अड़चनों के बाद आज ये शानदार हवाई अड्डा बनकर तैयार है. इस सरकार के आने से इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने का नजरिया बदल गया है.
अटल सरकार में हुई थी इस हवाई अड्डे की प्लानिंग
पीएम ने अपने संबोधन में कहा, हमारे देश में इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर दशकों तक जो दृष्टिकोण रही, उसमें सरकारों द्वारा लोगों की जरूरत से ज्यादा वोट बैंक को प्राथमिकता दी गई. इस वजह से अक्सर ऐसी परियोजनाओं पर हजारों करोड़ रुपये खर्च किए गए, जिसकी जरूरत नहीं थी. उन्होंने कहा, जब अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार केंद्र में थी तब इस हवाई अड्डे की प्लानिंग हुई थी. मगर उनकी सरकार जाने के बाद इस हवाई अड्डे के लिए बहुत कुछ नहीं किया गय. लंबे समय तक ये प्रोजेक्ट लटका रहा. आज ये शानदार हवाई अड्डा बनकर तैयार है.
हमने पिछले 8 साल में 72 एयरपोर्ट बनाए: पीएम मोदी
कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा, देश के छोटे से छोटे शहरों में हवाई यात्रा कराने की पहल हमने की. हमने देश में एयरपोर्ट नेटवर्क का विस्तार किया है और पिछले 8 साल में 72 एयरपोर्ट बनाए गए हैं. 2014 से पहले सरकारों को जो रवैया था उससे हवाई यात्रा एक लक्जरी के रूप में स्थापित हो गई थी. इसका लाभ ज्यादातर समृद्ध लोग ही उठा पाते थे. पहले की सरकारों ने सोचा ही नहीं कि सामान्य वर्ग और मध्यम वर्ग भी उतना ही हवाई यात्रा करना चाहता है. इसलिए तब की सरकारें आवाजाही के तेज माध्यमों पर निवेश करने से बचती रही. इसका नतीजा ये हुआ कि हवाई यात्रा से जुड़े, इतनी बड़ी संभावना होने के बावजूद भी हम उसमें पीछे रह गए. अब देश विकास की सोच के साथ आगे बढ़ रहा है तो हम इनके नतीजे भी देख रहे हैं.
भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा विमानन मार्केट
आज भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा विमानन मार्केट बन गया है. पिछले 8 वर्षों में भारत ने पर्यटकों के लिए 'यात्रा सुगमता' को बेहतर बनाने के लिए हर संभव प्रयास किया है. हमने आगमन पर वीजा की सुविधा बढ़ाई है और वीजा प्रक्रिया को सरल बनाया है. बता दें कि मोपा के एयरपोर्ट को लगभग 2,870 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया गया है. इसमें कार्गो सेवाएं भी मिलेंगी. मोपा एयरपोर्ट के जरिए परिचालन बढ़कर 35 घरेलू और 18 अंतरराष्ट्रीय जगहों तक पहुंच जाएगा.