Jharkhand Foundation Day: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आज सुबह (15 नवंबर) झारखंड पहुंचीं. वहां उन्होंने जनजातीय नेता एवं स्वतंत्रता सेनानी बिरसा मुंडा को उनके जन्मस्थान उलिहातू में स्थापित स्मारक पर जाकर श्रद्धांजलि अर्पित की. झारखंड के स्थापना दिवस पर लोगों को शुभकामनाएं देने के बाद मुर्मू ‘जनजातीय गौरव दिवस’ कार्यक्रम में शामिल होने के लिए रांची से मध्य प्रदेश के शहडोल रवाना हो गईं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार (15 नवंबर) को जनजातीय नेता बिरसा मुंडा को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि दी और कहा कि उनकी सरकार की विभिन्न योजनाओं के लिए उन्हें जनजातीय समुदाय से प्रेरणा मिली है.
पीएम मोदी ने एक वीडियो संदेश में केंद्र सरकार की कई कल्याणकारी योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि उनसे करोड़ों जनजातीय परिवारों को मदद मिली और उनका जीवन सुगम बना है. उन्होंने कहा कि जनजातीय स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान को पहचान दिलाने के लिए देशभर में उनको समर्पित संग्रहालय बनाए जा रहे हैं.
बीजेपी ने ही ‘जनजातीय गौरव दिवस’ मनाने की घोषणा की थी
उन्होंने हाल ही में स्वतंत्रता दिवस के भाषण में ‘पंच प्रण’ का जिक्र करते हुए कहा कि करोड़ों जनजातीय वीरों के सपनों को साकार करने के लिए राष्ट्र 'पंच प्रण' की ऊर्जा के साथ आगे बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि ‘जनजातीय गौरव दिवस’ के माध्यम से देश की आदिवासी विरासत पर गर्व करना और आदिवासी समुदाय के विकास का संकल्प इसी ऊर्जा का हिस्सा है. प्रधानमंत्री मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि उनकी सरकार ने ही मुंडा की जयंती को ‘जनजातीय गौरव दिवस’ के तौर पर मनाए जाने की घोषणा की थी.
प्रधानमंत्री ने क्या कहा
प्रधानमंत्री ने आदिवासी समाज की वीरता, सामुदायिक जीवन और समावेश का भी जिक्र किया. प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘भारत को इस भव्य विरासत से सीखकर अपने भविष्य को आकार देना है. मुझे विश्वास है कि जनजातीय गौरव दिवस इसके लिए एक अवसर और माध्यम बनेगा.’’ उन्होंने कहा कि मुंडा और कई अन्य जनजातीय नायकों के सपनों को पूरा करने के लिए देश आगे बढ़ रहा है. मुंडा केवल हमारे स्वतंत्रता संग्राम के नायक ही नहीं थे, बल्कि वह हमारी आध्यात्मिक और सांस्कृतिक ऊर्जा के संवाहक थे.
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