PM Modi In Defence Expo 2022: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने बुधवार को गुजरात (Gujarat) के गांधीनगर में भारतीय फर्मों के उत्पादों को प्रदर्शित करने वाले देश के सबसे बड़े डिफेंस एक्सपो (Defence Expo) का उद्घाटन किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि यह आयोजन भारत के व्यावसायिक कौशल में दुनिया के विश्वास को मजबूत करेगा. उन्होंने कहा कि डिफेंस एक्सपो 2022 का ये आयोजन नए भारत की ऐसी भव्य तस्वीर खींच रहा है, जिसका संकल्प हमने अमृतकाल में लिया है. इसमें राष्ट्र का विकास भी है, राज्यों का सहभाग भी है. उन्होंने ये भी कहा कि एक नए भविष्य के लिए यह देश का सबसे बड़ा रक्षा एक्सपो है. मुझे पता है कि इससे कुछ देशों को असुविधा भी हुई है, लेकिन सकारात्मक मानसिकता वाले कई देश हमारे साथ आए हैं.


पीएम मोदी ने अपने संबोधन में आगे कहा, "ये देश का ऐसा पहला डिफेंस एक्सपो है जिसमें केवल भारतीय कंपनियां ही भाग ले रही हैं. केवल मेड इन इंडिया रक्षा उपकरण ही हैं." उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी जैसे वैश्विक नेता के लिए भी गुजरात अगर उनकी जन्मभूमि थी, तो अफ्रीका उनकी पहली कर्मभूमि थी. अफ्रीका के प्रति ये आत्मीयता और अपनापन आज भी भारत की विदेश नीति के केंद्र में है.


'हम अफ्रीका के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चले'


अफ्रीकन देशों के साथ भारत के संबध का जिक्र कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमने हर जरूरत के समय दवाइयों से लेकर पीस मिशन्स तक अफ्रीका के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने का प्रयास किया है. अब रक्षा क्षेत्र में हमारे बीच का सहयोग और समन्वय इन संबंधों को नई ऊंचाई देंगे. उन्होंने कहा, "कोरोना काल में जब वैक्सीन को लेकर पूरी दुनिया चिंता में थी, तब भारत ने हमारे अफ्रीकन मित्र देशों को प्राथमिकता देते हुए वैक्सीन पहुंचाई."


'दुनिया की भारत से अपेक्षाएं बढ़ी हैं'


पीएम मोदी ने आगे कहा, "आज अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा से लेकर वैश्विक व्यापार तक , मेरीटाइम सिक्योरिटी एक ग्लोबल प्राथमिकता बनकर उभरा है. आज ग्लोबलाइजेशन के दौर में मर्चेन्ट नेवी की भूमिका का भी विस्तार हुआ है. दुनिया की भारत से अपेक्षाएं बढ़ी हैं और भारत को उन्हें पूरा करना है. इसलिए ये डिफेंस एक्सपो, भारत के प्रति वैश्विक विश्वास का भी प्रतीक है."


'हमारी सेना मुंहतोड़ जवाब देगी'


उन्होंने कहा कि सरकार में आने के बाद हमने डीसा में ऑपरेशन बेस बनाने का फैसला लिया और हमारी सेनाओं की ये अपेक्षा आज पूरी हो रही है. ये क्षेत्र अब देश की सुरक्षा का एक प्रभावी केंद्र बनेगा. पीएम मोदी ने कहा, "डीसा की धरती पर वायुसेना का एयरबेस बनेगा. पश्चिमी सीमा पर किसी ने साहस करने की गलती की तो हमारी सेना मुंहतोड़ जवाब देगी."


पीएम मोदी ने कहा कि स्पेस में भविष्य की संभावनाओं को देखते हुए भारत को अपनी इस तैयारी को और बढ़ाना होगा. हमारी डिफेंस फोर्सेस को नए इनोवेटिव सोल्युशन खोजने होंगे. स्पेस में भारत की शक्ति सीमित ना रहे और इसका लाभ भारत के लोगों तक ही सीमित ना हो, ये हमारा मिशन भी है और विजन भी. रक्षा क्षेत्र में भारत इंटेन्ट, इनोवेशन और इम्प्लीमेंटेशन के मंत्र पर आगे बढ़ रहा है. 


'पहले भारत की पहचान डिफेंस इंपोर्टर के रूप में होती थी'


पीएम मोदी ने कहा कि आज से 8 साल पहले तक भारत की पहचान दुनिया के सबसे बड़े डिफेंस इंपोर्टर के रूप में होती थी, लेकिन न्यू इंडिया ने इंटेन्ट दिखाया, इच्छाशक्ति दिखाई और मेक इन इंडिया आज रक्षा क्षेत्र की सक्सेस स्टोरी बन रहा है. पिछले पांच वर्षों में हमारा रक्षा निर्यात 8 गुना बढ़ा है.


भारतीय रक्षा कंपनियों की ग्लोबल सप्लाई का जिक्र कर पीएम मोदी ने कहा कि आज हमारी कंपनियां ग्लोबल सप्लाई चेन का महत्वपूर्ण हिस्सा बन रही हैं. हम ग्लोबल स्टैंडर्ड के स्टेफ ऑफ आर्ट उपकरणों की सप्लाई कर रहे हैं. उन्होंने कहा, "भारतीय नौसेना ने आईएनएस विक्रांत जैसे अत्याधुनिक एयरक्राफ्ट कैरियर को अपने बेड़े में शामिल किया है. ये इंजीनियरिंग का विशाल और विराट मास्टरपीस कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड ने स्वदेशी तकनीक से बनाया है." 


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