नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज  'मन की बात' कार्यक्रम में कई मुददों पर बात की. पीएम मोदी ने  'मन की बात'  में  26 जनवरी को लाल किले पर तिरंगे के अपमान की घटना का उल्लेख करते हुए इसे बेहद दुखद बताया है. पीएम मोदी ने कहा, 'दिल्ली में 26 जनवरी को तिरंगे का अपमान देख देश बहुत दुखी भी हुआ. हमें आने वाले समय को नई आशा और नवीनता से भरना है. हमने पिछले साल असाधारण संयम और साहस का परिचय दिया. इस साल भी हमें कड़ी मेहनत करके अपने संकल्पों को सिद्ध करना है.'


प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के हर हिस्से में, हर शहर, कस्बे और गांव में आजादी की लड़ाई पूरी ताकत के साथ लड़ी गई थी. भारत भूमि के हर कोने में ऐसे महान सपूतों और वीरांगनाओं ने जन्म लिया, जिन्होंने राष्ट्र के लिए अपना जीवन न्योछावर कर दिया.


युवा स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में लिखें किताबें
पीएम मोदी ने देश के युवाओं से स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में लिखने का भी आह्वान किया. उन्होंने कहा कि 'मैं सभी देशवासियों को और खासकर के अपने युवा साथियों को आहृान करता हूं कि वो देश के स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में लिखें. अपने इलाके में स्वतंत्रता संग्राम के दौर की वीरता की गाथाओं के बारे में किताबें लिखें. अब, जबकि भारत अपनी आजादी के 75 साल मनाएगा तो आपका लेखन आजादी के नायकों के प्रति उत्तम श्रद्धांजलि होगा.'


प्रधानमंत्री ने कोरोना संकट पर बोलेते हुए कहा कि कोरोना के खिलाफ भारत की लड़ाई एक उदाहरण बनी है. अब वैसे ही हमारा वैक्सीनेशन प्रोग्राम भी दुनिया में एक मिसाल बन रहा है. संकट के समय में भारत दुनिया की सेवा इसलिए कर पा रहा है क्योंकि भारत आज दवाओं और वैक्सीन को लेकर सक्षम है, आत्मनिर्भर है.


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