PM Modi Speech: पीएम मोदी बोले, 'दुनिया में आज भीषण चुनौतियां, इनके समाधान में भारत की भूमिका महत्वपूर्ण'
श्री अरबिंदो की 150वीं जयंती के अवसर पर आयोजित समारोह को वर्चुअली संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को उनके सम्मान में एक स्मारक सिक्का और डाक टिकट जारी किया.
PM Modi Addresses Programme: पीएम नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) ने मंगलवार (13 दिसंबर) को कहा कि दुनिया में आज भीषण चुनौतियां हैं और इन चुनौतियों के समाधान में भारत की भूमिका महत्वपूर्ण है. स्वतंत्रता सेनानी और महान दार्शनिक श्री अरबिंदो को उनकी 150वीं जयंती (Sri Aurobindo’s 150th birth anniversary) पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि इस विभूति से प्रेरणा लेकर खुद को तैयार करना है और सबके प्रयास से ‘विकसित भारत’ का निर्माण करना है. पीएम ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से श्री अरबिंदो की जयंती समारोह को संबोधित किया. इस अवसर पर उन्होंने एक विशेष सिक्का और डाक टिकट भी जारी किया.
उन्होंने कहा कि इस महान दार्शनिक का जीवन ‘‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’’ की अवधारणा का प्रतीक है तथा उनके आदर्शों ने पीढ़ियों को प्रेरित किया है. श्री अरबिंदो की कृतियों और उपलब्धियों का विस्तार से उल्लेख करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि मंगलवार (13 दिसंबर) पूरे देश का युवा भाषा-भूषा के आधार पर भेद करने वाली राजनीति को पीछे छोड़कर, ‘‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’’ की राष्ट्रनीति से प्रेरित है. उन्होंने विश्वास जताया कि श्री अरबिंदो का जीवन और उनकी शिक्षाओं से प्रेरणा लेते हुये राष्ट्र के प्रयास उसके संकल्पों को एक नई ऊर्जा व ताकत देंगे.
चुनौतियों के समाधान में भारत की भुमिका महत्वपूर्ण है
पीएम ने अपने संबोधन के दौरान कहा, ‘‘भारत वह अमर बीज है, जो विपरीत से विपरीत परिस्थितियों में थोड़ा दब सकता है, थोड़ा मुरझा सकता है, लेकिन वह मर नहीं सकता. क्योंकि वह अजर है, अमर है. क्योंकि भारत मानव सभ्यता का सबसे परिष्कृत विचार है. मानवता का सबसे स्वाभाविक स्वर है.’’ उन्होंने कहा कि भारत महर्षि अरविंद के समय में भी अमर था और आज भी आजादी के अमृत काल में अमर है.
पीएम ने कहा, ‘‘दुनिया में आज भीषण चुनौतियां हैं. इन चुनौतियों के समाधान में भारत की भूमिका महत्वपूर्ण है. इसलिए महर्षि अरविंद से प्रेरणा लेकर हमें खुद को तैयार करना है और सबके प्रयास से विकसित भारत का निर्माण करना है.’’ पीएम मोदी ने श्री अरबिंदो के बारे में कहा कि उनका जन्म पश्चिम बंगाल में हुआ था, लेकिन वह गुजरात और पुडुचेरी में भी रहे.मोदी ने कहा कि वह जहां भी गए, उन्होंने अपनी छाप छोड़ी.
श्री अरविंद के जीवन पर बोले पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा, ‘‘श्री अरबिंदो का जीवन एक भारत, श्रेष्ठ भारत का प्रतिबिंब है.’’ उन्होंने कहा कि इतिहास में कई बार एक ही कालखंड में कई अद्भुत घटनाएं एक साथ होती हैं लेकिन, आम तौर पर उन्हें केवल एक संयोग मान लिया जाता है, लेकिन उनका मानना है कि जब इस तरह के संयोग बनते हैं, तो उनके पीछे कोई न कोई योग शक्ति काम करती है. उन्होंने कहा, ‘‘श्री अरबिंदो, स्वामी विवेकानंद और महात्मा गांधी ऐसे महापुरुष हैं, जिनके जीवन की सबसे महत्वपूर्ण घटनाएं, एक ही समय में घटीं. इन घटनाओं से इन महापुरुषों का जीवन भी बदला और राष्ट्रजीवन में भी बड़े परिवर्तन आए. 1893 में 14 वर्ष बाद श्री अरविंद इंग्लैंड से भारत लौटे. 1893 में ही स्वामी विवेकानंद विश्व धर्म संसद में अपने विख्यात भाषण के लिए अमेरिका गए. और, इसी साल गांधी जी दक्षिण अफ्रीका गए जहां से उनकी महात्मा गांधी बनने की यात्रा शुरू हुई, और आगे चलकर देश को आज़ादी महानायक मिला.’’
प्रेरणा और कर्तव्य के साथ असंभव लक्ष्य भी अवश्यम्भावी हो जाता है
श्री अरबिंदो की जयंती समारोह को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आज एक बार फिर भारत एक साथ ऐसे ही अनेक संयोगों का साक्षी बन रहा है. उन्होंने कहा कि आज जब देश ने अपनी आज़ादी के 75 वर्ष पूरे किए हैं और 100 वर्ष पूरा करने के ‘‘अमृतकाल’’ के सफर पर निकला है, तो भारत श्री अरबिंदो की 150वीं जयंती मना रहा है, नेताजी सुभाषचंद्र बोस की 125वीं जयंती के अवसर का साक्षी भी बन रहा है. पीएम ने कहा, ‘‘जब प्रेरणा और कर्तव्य एक साथ मिल जाते हैं, तो असंभव लक्ष्य भी अवश्यम्भावी हो जाता है. आज़ादी के अमृतकाल में आज देश की सफलताएं, देश की उपलब्धियां और 'सबका प्रयास' का संकल्प इस बात का प्रमाण है.’’
अपने मार्ग से सबको रोडमैप दिया है
तमिलनाडु के राज्यपाल आर एन रवि (R. N. Ravi) ने कहा कि श्री अरबिंदो (Sri Aurobindo) ने समग्र योग के अपने मार्ग के माध्यम से देश के प्रत्येक नागरिक को एक रोडमैप दिया है. उन्होंने कहा, ‘‘श्री अरविंद की शिक्षाएं और दर्शन आज बहुत प्रासंगिक हैं.’’ उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के गतिशील और दूरदर्शी नेतृत्व में देश अपनी मंजिल की ओर बढ़ रहा है. ऑरोविले फाउंडेशन के संचालन बोर्ड के अध्यक्ष रवि (Ravi) ने कहा कि आध्यात्मिक नेता ने हर नागरिक को समग्र योग के अपने रास्ते का खाका दिया है. केंद्रीय संस्कृति, पर्यटन और पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री जी किशन रेड्डी (G. Kishan Reddy) ने कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव (Azadi Ka Amrit Mahotsav) मनाने के हिस्से के रूप में देश सभी महान भारतीय दार्शनिकों और आध्यात्मिक नेताओं का सम्मान कर रहा है. पुडुचेरी की उपराज्यपाल तमिलिसाई सौंदरराजन और मुख्यमंत्री एन रंगासामी (N. Rangaswamy) भी इस मौके पर मौजूद थे.
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