झारखंड मॉब लिंचिंगः राज्यसभा में विपक्ष को PM मोदी की नसीहत, 'पूरे राज्य को बदनाम करने का हक किसी को नहीं'
झारखंड की मॉब लिंचिंग की घटना में अब तक पुलिस ने 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया है और दो पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है.
नई दिल्लीः झारखंड मॉब लिंचिंग पर कई दिनों की चुप्पी के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राज्य सभा में अपनी प्रतिक्रिया दी. पीएम मोदी ने कहा है कि युवक की हत्या का दुख सबको है, और होना भी चाहिए, लेकिन इस एक घटना के लिए पूरे झारखंड को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता.
झारखंड के सरायकेला जिले के धतकिडीह गांव में तबरेज अंसारी की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी. हत्या पर पीएम मोदी ने दोषियों की सजा की पैरवी की, लेकिन मॉब लिंचिंग की इस घटना के बहाने पूरे झारखंड को कटघरे में खड़ा करने का बचाव किया. उन्होंने कहा, "दोषियों को कड़ी से कड़ी से सजा होनी चाहिए, लेकिन सबको कटघरे में नहीं खड़ा किया जा सकता है. पूरे झारखंड को बदनाम करने का हक नहीं है. वहां भी सज्जनों की भरमार है."
हर नागरिक की सुरक्षा की गारंटी
मॉब लिंचिंग की घटना पर विपक्ष को नसीहत देते हुए पीएम मोदी ने कहा, "हिंसा की घटनाओं को लेकर हमारा एक ही मापदंड है, चाहें वो कहीं हो पश्चिम बंगाल में हो या केरल में. देश के हर नागरिक की सुरक्षा की गारंटी हमारी संवैधानिक जिम्मेदारी है." पीएम मोदी का कहना था कि अगर कोई घटना हुई तो उसे इंसाफ मिलना चाहिए और इसके लिए न्यायिक प्रक्रिया का पालन करना चाहिए.
आपको बता दें कि झारखंड की भीड़ ने पिटाई की, जिसके बाद अस्पताल में उसकी मौत हो गई. इस मॉब लिंचिंग की घटना में अब तक पुलिस ने 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया है और दो पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है. याद रहे कि जब भीड़ तबरेज अंसारी को पीट रही थी तब मृतक ने पहले अपना नाम 'सोनू' बताकर खुद को बचाने की कोशिश की. लेकिन, उन्हें असली नाम बताने के लिए बाध्य किया गया और फिर भीड़ ने उनसे 'जय श्री राम', 'जय हनुमान' बोलने के लिए कहा. मृतक 'जय श्री राम', 'जय हनुमान' बोलता रहा और उसकी पिटाई होती रही.
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