नई दिल्ली: आज कैबिनेट की बैठक से लौटने के बाद कई कैबिनेट मंत्रियों के दफ्तर में अफ़रा तफ़री का माहौल था. मंत्री अपने मातहतों से ट्विटर पर मंत्रीजी की तरफ़ से किए गए ट्वीट के बारे में पूछताछ करते हुए देखे गए और इसकी वजह बड़ी साफ़ थी. वजह थी.. सोशल मीडिया पर ख़ुद सक्रिय रहने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वो हिदायत जो उन्होंने अपने कैबिनेट मंत्रियों को आज कैबिनेट की बैठक में दिया.

ट्विटर पर प्रदर्शन सुधारें मंत्री

दरअसल सोशल मीडिया ख़ासकर ट्विटर पर ट्वीट करने के मामले में अपने मंत्रियों के प्रदर्शन से पीएम मोदी ख़ुश नहीं हैं. और इसकी बानगी कैबिनेट बैठक में देखने को मिली. मोदी इस बात से ज़्यादा नाख़ुश हैं कि उनके मंत्री अपने मंत्रालय के काम-काज के अलावा सरकार की बाक़ी गतिविधियों और उपलब्धियों को ट्विटर पर शेयर नहीं करते हैं. इसलिए मोदी ने सख्ती भरे अंदाज़ में अपने मंत्रियों की हिदायत देते हुए कहा कि अपने मंत्रालय से इतर दूसरे मंत्रालयों की गतिविधियों का प्रचार प्रसार भी सभी मंत्री करें.

सूत्रों के मुताबिक़ बैठक में उदाहरण के तौर पर कल वर्ल्ड बैंक की उस रिपोर्ट का ज़िक्र किया गया जिसमें ईज़ ऑफ डूइंग बिजनेस के मामले में भारत की रैंकिंग में ऐतिहासिक सुधार दर्ज़ किया गया है. एबीपी न्यूज़ को मिली एक्सक्लुसिव जानकारी के मुताबिक़ कल रात इस मसले पर वित्त मंत्री अरूण जेटली की प्रेस कांफ्रेंस के बाद कई मंत्रियों को इस ख़बर को अपने ट्विटर अकाउंट पर शेयर करने के लिए कहा गया था.

मोदी सोशल मीडिया पर सक्रिय

सब जानते हैं कि प्रधानमंत्री मोदी ख़ुद सोशल मीडिया में लगातार सक्रिय रहते हैं. और यही अपेक्षा उनकी अपने मंत्रियों से भी रहती है. याद होगा कि पिछले साल पीएम के साथ एक बैठक से पहले सभी मंत्रियों को सोशल मीडिया पर उनके प्रदर्शन का एक रिपोर्ट कार्ड सौंपा गया था. इस रिपोर्ट कार्ड में फ़ेसबुक और ट्विटर जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों पर मंत्रियों के सक्रियता की उनके फॉलोअरों की संख्या के साथ पूरी जानकारी दी गई थी.