नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसदीय दल की बैठक में मौजूद सभी सांसदों से कहा कि वह गांधी जी की सालगिरह के 150 वर्ष पूरे होने का उत्सव मनाने के लिए देशभर की हर एक लोकसभा में पदयात्राएं निकाले और हर एक लोकसभा में ये पदयात्रा कम से कम 150 किलोमीटर तक की होनी चाहिए. 150 किलोमीटर के दायरे में जिन जिन सांसदों का क्षेत्र आता जाए वह उस यात्रा में जुड़ते जाएं जिससे कि उनके क्षेत्र के अधिकतर इलाकों से वो पदयात्रा गुजरे और ज्यादा से ज्यादा लोग उसमें शामिल हो सके. साथ ही इस पदयात्रा में सामाजिक मुद्दों को उठाया जाए.


सांसदों को निर्देश दिया गया है कि कोशिश ये भी की जानी चाहिए कि एक लोकसभा क्षेत्र में अगर मुमकिन है तो 150 ऐसे ग्रुप तैयार किया जाए जो ऐसी पदयात्रा में शामिल हो. 150 किमी की इस पदयात्रा में विधायक, बीजेपी नेता और कार्यकर्ता भी शामिल होंगे और इस दौरान सभी बूथों को कवर करने की कोशिश की जाएगी. यह यात्रा हर दिन 15 किलोमीटर तक चलेगी. इस पदयात्रा में महात्मा गांधी की शिक्षा और विचारों का प्रचार प्रसार किया जाएगा और हर बूथ पर वृक्षारोपण भी किया जाएगा. इस पदयात्रा में शामिल होने के लिए सिर्फ लोकसभा के ही नहीं बल्कि राज्यसभा के सांसदों को भी निर्देश दिया गया है राज्यसभा के सांसद उन क्षेत्रों में जाएंगे जहां पर पार्टी बहुत ज्यादा मजबूत स्थिति में नहीं है.


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने निर्देश दिया है कि यह पदयात्रा 2 अक्टूबर से शुरू होकर 31 अक्टूबर तक चलनी चाहिए जिसे कि देशभर में गांधीजी की 150वीं वर्षगांठ का जो उत्सव पिछले 1 साल से चल रहा है उसका भव्यता के साथ समापन हो सके.


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल ही राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती मनाने के लिए पूरे साल भर तक कार्यक्रम करते रहना के निर्देश जारी किए थे और इसके लिए बाकायदा कई कमेटियां बनाई गई थी. उसी तर्ज पर इस साल गणतंत्र दिवस की परेड की थीम भी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के ऊपर ही रखी गई थी और उस परेड में जो भी झांकियां निकली उसमें महात्मा गांधी के जीवन के अलग-अलग पहलुओं को दर्शाया गया था.


सांसदों की इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसके साथ ही इस बात पर भी जोर दिया कि देश के दूरदराज के गांवों तक किस तरह से सुविधाओं को पहुंचाना है और साथ ही कैसे उनका विकास कर रहा है. इस पर भी पूरा ध्यान दिए जाने की जरूरत है. इतना ही नहीं ग्लोबल वार्मिंग से निपटने के लिए बड़ी संख्या में पेड़ पौधे लगाने के कार्यक्रम चलाने पर भी जोर दिया.


संसदीय दल की बैठक की शुरुआत में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने हाल ही में पेश किए गए बजट के मुख्य बिंदुओं और खास बातों के बारे में सांसदों को अवगत करवाया जिससे कि सभी सांसद अपने-अपने क्षेत्रों में जाकर जनता को इस बजट में क्या मिला है इस बारे में बता सके.


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