नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पहले गरीब सरकार के पीछे दौड़ता था, अब सरकार लोगों के पास जा रही है. प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत मध्यप्रदेश में बने 1.75 लाख घरों में शनिवार को परिवारों के गृहप्रवेश के मौके पर मोदी ने कहा कि अब किसी की इच्छा के अनुसार सूची में नाम जोड़ा या घटाया नहीं जा सकता.
चयन से लेकर निर्माण तक वैज्ञानिक और पारदर्शी तरीका अपनाया जा रहा है. प्रधानमंत्री ने कहा, "पहले जो घर बनते थे, उनमें पारदर्शिता की भी कमी थी, कई गड़बड़ियां भी होती थीं, इसलिए उन घरों की क्वालिटी भी बहुत बेकार होती थी. लाभार्थियों को सरकारी दफ्तरों के चक्कर भी लगाने होते थे. पहले जो घर बनते थे, उनमें गृहप्रवेश ही नहीं हो पाता था."
मोदी ने कहा, "मुझे कई बार लोग पूछते हैं कि घर तो पहले भी गरीबों के लिए बनते थे. वैसे दशकों से गरीबों के लिए घर बनाने की योजनाएं चल रही हैं. लेकिन करोड़ों गरीबों को घर देने का लक्ष्य था, वो कभी पूरा नहीं हो पाया. अब मैटीरियल से लेकर निर्माण तक, स्थानीय स्तर पर उपलब्ध और उपयोग होने वाले सामानों को भी प्राथमिकता दी जा रही है. पूरी पारदर्शिता के साथ हर चरण की पूरी मॉनीटरिंग के साथ लाभार्थी खुद अपना घर बनाता है."
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जैसे इंद्रधनुष में अलग-अलग रंग होते हैं वैसे ही पीएम आवास योजना के अंतर्गत बनने वाले घरों में भी अपने ही रंग हैं. अब गरीब को सिर्फ घर ही नहीं मिल रहा है, बल्कि घर के साथ शौचालय, गैस कनेक्शन, बिजली कनेक्शन, एलईडी बल्ब, पानी कनेक्शन सब कुछ मिल रहा है.
प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि पीएम आवास योजना के तहत बन रहे घर की रजिस्ट्री ज्यादातर महिला के नाम पर हो रही है या फिर साझी हो रही है. उन्होंने कहा, "जब गरीब की आय व आत्मविश्वास बढ़ता है तो आत्मनिर्भर भारत का संकल्प भी मजबूत होता है. पहले गांवों की मूलभूत सुविधाओं को विकसित किया गया, अब वहां आधुनिक सुविधाओं को विकसित किया जा रहा है."
प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोना काल में तेज गति से कार्य होने का उदाहरण भी दिया. उन्होंने कहा, "सामान्य तौर पर प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत एक घर बनाने में औसतन 125 दिन का समय लगता है. कोरोना काल में पीएम आवास योजना के तहत घरों को सिर्फ 45 से 60 दिन में ही बनाकर तैयार कर दिया गया है. आपदा को अवसर में बदलने का ये उत्तम उदाहरण है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पीएम गरीब कल्याण अभियान के तहत घर तो बन ही रहे हैं. हर घर जल पहुंचाने का काम हो, आंगनबाड़ी और पंचायत के भवनों का निर्माण हो, पशुओं के लिए शेड बनाना हो, तालाब और कुएं बनाना हो, गांव के विकास से जुड़े ऐसे अनेक काम तेजी से किए गए हैं.
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