Purvanchal Express: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंगलवार को पूर्वांचल एक्सप्रेस वे की सौगात देंगे. पीएम मोदी लॉकहिड मार्टिन सी 130 हरक्यूलिस से दोपहर डेढ़ बजे पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर लैंड करेंगे. जहां यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उनकी अगवानी करेंगे. इसके बाद पीएम मोदी 341 किलोमीटर लंबे पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का उद्घाटन करेंगे. ये योगी सरकार का मेगा प्रोजेक्ट है. उद्घाटन के बाद प्रधानमंत्री का भाषण होगा. फिर आधे घंटे का एयर शो होगा.
उद्घाटन के बाद फाइटर जेट का प्रदर्शन
16 नवंबर को पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर भारतीय वायु सेना के फाइटर जेट विमान अपने पराक्रम और शौर्य का प्रदर्शन करेंगे. जिसमें मिराज विमान भी शामिल हैं. जो 2500 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से उड़ान भरता है. इसके अलावा सुखोई, जैगुआर और सूर्य किरण युद्धक विमान भी पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर टच डाउन करेंगे. दोपहर 2.40 बजे एयर शो शुरू होगा. पूर्वांचल हाईवे पर सुल्तानपुर ज़िले के पास एयर स्ट्रिप बना है. इसी जगह पर युद्धक विमान अपना करतब दिखायेंगे.
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से समय की बचत
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से गाजीपुर से दिल्ली तक महज 10 घंटे की ड्राइव होगी. पहले लखनऊ से गाजीपुर जाने के लिए करीबग 8 घंटे लग जाते थे. लखनऊ से रायबरेली होते हुए NH 19 से यह सफर लगभग 408 किलोमीटर का था और कई बार जाम के चलते लोगों के सफर का समय बढ़ जाता था. अब पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से महज 6 घंटे में गाजीपुर तक पहुंचा जा सकेगा और इससे दूरी भी घट जाएगी.
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे बनाने में 22 हज़ार 495 करोड़ खर्च
341 किलोमीटर पूर्वांचल एक्सप्रेसवे को बनाने में क़रीब 22 हज़ार 495 करोड़ रूपये खर्च हुए. इस हाईवे से राज्य के नौ ज़िले जुड़ रहे हैं. जिनमें लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अंबेडकरनगर, आज़मगढ़, मऊ और ग़ाज़ीपुर शामिल हैं. पूर्वांचल एक्सप्रेसवे लखनऊ के चांदसराय से शुरू होकर ग़ाज़ीपुर के हैदरिया गांव तक जाती है. इस एक्सप्रेसवे के बहाने मोदी और योगी पूर्वांचल में बीजेपी के विजय रथ को लखनऊ तक पहुंचाना चाहते हैं.
इस बार पूर्वांचल में समाजवादी पार्टी और बीजेपी की लड़ाई आमने सामने की हो गई है. इसी इलाक़े में राजनैतिक समीकरण सेट करने के लिए अखिलेश यादव ने इस बार ओम प्रकाश राजभर के साथ गठबंधन किया है. जबकि अमित शाह ने संजय निषाद की पार्टी के साथ चुनावी समझौता किया है. अखिलेश ने संजय चौहान की जिस पार्टी के साथ तालमेल किया है उसका प्रभाव भी पूर्वांचल में ही है.