नई दिल्ली: 73वें स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज लाल किले की प्राचीर से छठी बार देश को संबोधित किया. अपने भाषण में प्रधानमंत्री मोदी ने तमाम महत्वपूर्ण विषयों पर अपनी बात रखी. राष्ट्र के नाम संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा और विधानसभा के चुनाव एक साथ कराने की जरूरत पर एक बार फिर जोर देते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ की अवधारणा देश को महान बनाने के लिए आवश्यक है.


73वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि आज भारत एक साथ चुनाव कराने के बारे में बात कर रहा है जो अच्छी बात है. पीएम मोदी ने कहा, '' जीएसटी के जरिए हमने एक देश एक टैक्स के सपने को साकार किया. इसी तरह ऊर्जा के क्षेत्र में एक राष्ट्र-एक ग्रिड इस काम को सफलता पूर्व पार किया. इसी तरह एक राष्ट्र एक मोबिलिटी कार्ड व्यवस्था को लागू किया. इसी तरह देश में आज चर्चा चल रही है एक राष्ट्र एक चुनाव. लोकतांत्रिक तरीके से इस पर चर्चा होनी चाहिए. कभी ना कभी एक भारत श्रेष्ठ भारत के सपने को पूरा करने के लिए और भी ऐसी नई चीजों को हमें जोड़ना होगा.''


पिछले साल अगस्त में विधि आयोग ने लोकसभा और राज्य विधानसभाओं के चुनाव एक साथ कराने की सिफारिश की थी ताकि जनता के धन को बचाया जा सके. इस संबंध में एक मसौदा, कानून मंत्रालय को सौंपा जा चुका है. हालांकि उसमें यह भी कहा गया है कि संविधान के मौजूदा स्वरूप में एक साथ चुनाव संभव नहीं हैं. केंद्र पिछले कुछ समय से इस विचार पर काम कर रहा है.


सरकारी थिंक-टैंक नीति आयोग ने पिछले साल सुझाव दिया था कि 2024 से लोकसभा और विधानसभा चुनावों को एक साथ दो चरणों में कराया जाए, ताकि चुनाव प्रचार संक्षिप्त हो और प्रशासन में व्यवधान कम हो. इस मुद्दे पर गहन विचार विमर्श के लिए सरकार एक समिति का गठन करेगी.