PM Modi G7 Speech: जी-7 समिट में वर्चुअली शामिल हुए पीएम मोदी, 'वन अर्थ वन हेल्थ' का दिया मंत्र
जी-7 शिखर सम्मेलन में इस बार भारत के अलावा रिपब्लिक ऑफ कोरिया और दक्षिण अफ्रीका को भी बतौर मेहमान देश के तौर पर आमंत्रित किया गया है.
नई दिल्ली: यूनाइटेड किंगडम के निमंत्रण पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को जी-7 शिखर सम्मेलन में वीडियो कांफ्रेंसिंग के ज़रिए हिस्सा लिया. पीएम मोदी ने इस दौरान 'वन अर्थ वन हेल्थ' का मंत्र दिया. जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल ने इस दौरान पीएम मोदी की तारीफ की और उनके इस विचार को अपना समर्थन दिया.
सूत्रों ने बताया कि बैठक के दौरान फ्रांस के राष्ट्रपित इमेनुएल मैक्रों ने भारत समेत दूसरे देशों को वैक्सीन के कच्चे माल की आपूर्ति में छूट देने की मांग की. उन्होंने कच्चे माल से बैन हटाने की मांग की और कहा कि वैक्सीन बनाने वाले देशों को इसके लिए कच्चा माल मिलना चाहिए. बैठक में ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री ने वैक्सीन पर भारत को रियायत देने की वकालत की. साथ ही उन्होंने भरोसा दिया कि वो वैक्सीन के मुद्दे पर भारत की मदद करेंगे.
आपको बता दें कि इस बार भारत के अलावा रिपब्लिक ऑफ कोरिया और दक्षिण अफ्रीका को भी बतौर मेहमान देश के तौर पर आमंत्रित किया गया है. G-7 देशों में अमेरिका, फ्रांस, कनाडा, ब्रिटेन, जर्मनी, जापान और इटली शामिल हैं. ये सभी सदस्य देश बारी-बारी से सालाना समिट को होस्ट करते हैं.
अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन और जर्मनी की चांसलर की हुई मुलाकात
जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल और अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ब्रिटेन में जी-7 सम्मेलन से इतर मुलाकात की. मर्केल के एक प्रवक्ता स्टीफन सीबर्ट ने कार्बिस बे में एक मेज पर बैठे दोनों नेताओं की तस्वीरें ट्वीट कीं. तस्वीरों के साथ लिखा, 'जी7 सम्मेलन के दूसरे दिन दोपहर के समय चांसलर ने अमेरिका के राष्ट्रपति बाइडन से मुलाकात की.'
हालांकि प्रवक्ता ने दोनों नेताओं के बीच हुई चर्चा के बारे में कोई जानकारी नहीं दी. मर्केल अगले महीने अमेरिका के दौर पर जा सकती हैं, जहां वह वाशिंगटन में बाइडन से मुलाकात करेंगी. बाइडन ने इस सप्ताह की शुरुआत में मर्केल को व्हाइट हाउस आने का न्योता भेजा था.
समिट के बीच ब्रेक्जिट के कुछ समझौते को लेकर ब्रिटेन और ईयू में तनाव गहराया
जी-7 के शिखर सम्मेलन के आयोजन के बीच ब्रेक्जिट के कुछ समझौते को लेकर ब्रिटेन और यूरोपीय यूनियन (ईयू) के बीच तनाव गहरा गया है. ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने शनिवार को कहा कि अगर ईयू नियमों को लेकर सख्ती करता रहा तो ब्रेक्जिट के बाद के समझौते टूट जाएंगे.
ब्रिटेन के पीएम बोरिस जॉनसन ने जी-7 सम्मेलन से इतर जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों के साथ बैठकें की. ब्रिटेन के शीर्ष राजनयिक द्वारा यूरोपीय यूनियन पर जानबूझकर सहयोग नहीं करने का आरोप लगाने के बाद जॉनसन ने यूरोपीय यूनियन के नेताओं, यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उरसुला वॉन डर लेयेन और यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष चार्ल्स मिचेल से भी मुलाकात की.
बैठक के बाद जॉनसन ने दावा किया कि ईयू ब्रेक्जिट के बाद के समझौते को लेकर संवेदनशील या व्यावहारिक रुख नहीं अपना रहा और यह रुख जारी रहने पर उन्होंने आपात प्रावधानों के तहत समझौते को खत्म करने की चेतावनी दी.